जर्मन फुटबॉल क्लब बायर लेवरकुसन ने इतिहास रच दिया है। जाबी अलोन्सो के मार्गदर्शन में टीम ने बुंडेसलीगा सीज़न में एक भी मैच नहीं हारा और अजेय रहते हुए चैंपियन बनी। 34 मैचों में 28 जीत और 6 ड्रॉ के साथ लेवरकुसन ने 90 अंक हासिल किए।
पिछले मैच में ऑग्सबर्ग को 2-1 से हराकर लेवरकुसन ने अपने ऐतिहासिक अभियान को सील कर दिया। विक्टर बोनिफेस और रॉबर्ट एंड्रिच के गोल की बदौलत टीम ने जीत हासिल की। इस उपलब्धि के साथ लेवरकुसन ने बायर्न म्यूनिख के 2012-13 सीज़न के 91 अंकों के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया है।
इस सीज़न में बायर्न म्यूनिख तीसरे स्थान पर रहा, जो 2010-11 के बाद पहली बार है जब वह टॉप-2 में जगह नहीं बना पाया। दूसरी ओर, लेवरकुसन की अजेय सफलता सिर्फ बुंडेसलीगा तक ही सीमित नहीं है। टीम जर्मन कप और यूरोपा लीग के फाइनल में भी पहुंची है।
12 अगस्त को एफसी टेटोनिया ओटेंसन के खिलाफ जर्मन कप जीत के साथ शुरू हुआ लेवरकुसन का अजेय सफर अब तक जारी है। टीम ने सभी प्रतियोगिताओं में मिलाकर 49 मैच खेले हैं और इस दौरान एक भी हार का सामना नहीं किया। इसके साथ ही उन्होंने बेंफिका के 1963-65 के रिकॉर्ड को भी तोड़ दिया है।
अलोन्सो की कप्तानी में लेवरकुसन ने इन 49 मैचों में से 42 में जीत हासिल की है। यह आंकड़ा जर्मन फुटबॉल में उनके दबदबे को दर्शाता है। टीम अब बुंडेसलीगा, जर्मन कप और यूरोपा लीग तीनों खिताब जीतने के करीब है।
लेवरकुसन के लिए यह सीज़न हर मायने में यादगार रहा है। टीम ने ना सिर्फ बुंडेसलीगा में कीर्तिमान स्थापित किया, बल्कि अन्य प्रतियोगिताओं में भी शानदार प्रदर्शन किया है। क्लब के इतिहास में यह सबसे सफल सीज़न साबित हुआ है।
टीम की इस उपलब्धि पर क्लब के सीईओ फर्नांडो कारो ने कहा, "यह हम सभी के लिए गर्व का पल है। खिलाड़ियों और कोचिंग स्टाफ ने जो मेहनत की है, उसकी बदौलत ही यह संभव हो पाया है। हम अपने समर्थकों के आभारी हैं जिन्होंने हर कदम पर टीम का साथ दिया।"
इस ऐतिहासिक सफलता के बाद बायर लेवरकुसन अगले सीज़न भी अपना दबदबा कायम रखना चाहेगी। हालांकि, यूरोपीय क्लबों का ध्यान अब उन पर होगा और चुनौती भी बढ़ जाएगी। लेकिन अलोन्सो के नेतृत्व में टीम इन चुनौतियों से निपटने के लिए तैयार है।
फुटबॉल विशेषज्ञों का मानना है कि लेवरकुसन की मौजूदा टीम में कई प्रतिभाशाली खिलाड़ी हैं जो आने वाले वर्षों में क्लब को नई ऊंचाइयों पर ले जा सकते हैं। साथ ही, अलोन्सो की रणनीतिक सोच और खिलाड़ियों से जुड़ाव भी टीम के लिए बड़ी ताकत है।
बहरहाल, बायर लेवरकुसन ने इस सीज़न जो कारनामा किया है, वह जर्मन फुटबॉल के इतिहास में हमेशा याद रखा जाएगा। अब देखना होगा कि क्या वह भविष्य में इसे दोहरा पाते हैं और यूरोप में अपना डंका बजा पाते हैं।
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