जब मैक्स वेरस्टैपेन, डच ने 24 नवंबर, 2024 को लाज़ वेगास ग्रांप्रीलास वेगास, नेवादा में पाँचवा स्थान हासिल किया, तो वह आधिकारिक तौर पर फ़ॉर्मूला‑1 विश्व चैंपियन बन गया – और यह चौथा लगातार खिताब था।
इसी तरह से Oracle Red Bull Racing ने भी अपना इतिहास लिख लिया। यह जीत उन्हें सिर्फ़ छह इतिहास‑निर्माताओं में शामिल नहीं करती, बल्कि एक नई कहानी जोड़ती है: मैक्स ने अब माइक शूमैकर, लुईस हैमिल्टन, हुआन‑मन्युएल फैनजियो, एलेन प्रोस्ट और सेबेस्टियन वेलेट के साथ चार या उससे अधिक खिताबों के समूह में जगह बना ली।
फ़ॉर्मूला‑1 में सात खिताबों के रिकॉर्ड को लेकर माइक शूमैकर और लुईस हैमिल्टन का नाम हमेशा उल्लेखित रहता है। फैनजियो ने पाँच, प्रोस्ट और वेलेट ने चार खिताब जीते। मैक्स वेरस्टैपेन का ये चार‑क्रमिक जीतना, 2021 के विवादित समाप्ति से लेकर अब तक की सबसे कठिन सत्र में हुआ, जहाँ जीत नहीं, बल्कि निरंतरता ही मुख्य हथियार बनी।
पहले दो सीजन (2022‑23) में रेड बुल ने 44 में से 34 रेस जीतीं; 2024 में ऐसा नहीं हुआ। उसका मतलब नहीं कि टीम कमज़ोर हो गई, बल्कि प्रतिस्पर्धा में नई ऊर्जा आई – मर्केडीज़, फ़ेरेरी, और एस्थन मार्टिन जैसे मुकाबले दहलीज पर थे।
ग्रांप्री का आधिकारिक नाम था Formula 1 Heineken Silver Las Vegas Grand Prix 2024, जो 2024 FIA Formula One World Championship की 22‑वीं राउंड थी। ट्रैक को स्ट्रीट सर्किट की तरह सेट किया गया था, जिसमें शहर की रोशनियों और रेगिस्तानी पृष्ठभूमि दोनों का मिश्रण था।
रेस के विजेता बने जॉर्ज रसेल, जो मर्केडीज़ के लिए पहला फिनिश था। उसके पीछे आए लुईस हैमिल्टन, जिससे मर्केडीज़ ने एक‑दो‑एक फिनिश हासिल किया। लैंडो नॉरिस, जो केवल शीर्ष पाँच में ही वेरस्टैपेन को पीछे छोड़ कर चैंपियनशिप को एक हफ्ता और टांग सकता था, वह केवल छठे स्थान पर आया, जिससे मैक्स की क्विकमैटिक जीत पूरी हुई।
रेड बुल की सफलता के पीछे Honda Racing Corporation (HRC) की तकनीकी सहायता है। हॉंडा ने पावर यूनिट के लगभग सभी घटकों को सप्लाई किया, सिवाय Energy Storage System (ESS) के, जिसे Red Bull Powertrains ने विकसित किया। कॉर्पोरेट प्रेस में कोजी वाटानाबे, HRC के अध्यक्ष ने बताया, “मैक्स की लगातार जीत हमारी तकनीकी निरंतरता और टीमवर्क का परिणाम है, जिस पर हमें गर्व है।”
वेरस्टैपेन ने जीत के बाद उत्साह से कहा, “ओह माय गॉड, मैन! क्या सीज़न था—चार बार धन्यवाद! इस साल थोड़ा मुश्किल था, पर हम ने टीम के रूप में एकजुट रहे, कई चर्चाएँ कीं, फिर भी शांत रहे। हम ने लगातार बहुत कुछ हासिल किया, कभी‑कभी तो ओवर‑परफ़ॉर्म भी किया।” वह आवाज़ में थोड़ी थकान और गर्व दोनों सुनाई दी।
मर्केडीज़ टीम के प्रधान, टॉम व्लोजेक, ने कहा, “जॉर्ज की जीत शानदार रही, पर मैक्स का कंसिस्टेंसी अभी भी फॉर्मूला‑1 में सबसे बड़ी समरूपता है।”
2025 की शुरुआत बोरूट में होगी, जहाँ नई हाइब्रिड नियमावली लागू होगी। मैक्स ने संकेत दिया है कि “हम अगले साल भी पूरे दिल से दौड़ेंगे, शायद नई तकनीकें और नई चुनौतियां आएँगी।” वहीं, हॉंडा ने कहा, “हमें अपने पावर यूनिट को अगले स्तर पर ले जाना है, इसलिए 2025 में तकनीकी साझेदारी को और गहरा करेंगे।”
फॉर्मूला‑1 प्रशंसकों के लिए यह साल यादगार रहेगा—न केवल मैक्स की जीत के कारण, बल्कि प्रतियोगियों के साथ लड़ी गई लड़ाईयों, लास वेगास की चमक‑धमक और टैक्टिकल चुनौतियों ने इस सीजन को एक अलग मुकाम पर पहुँचा दिया।
भारत में फॉर्मूला‑1 का लोकप्रियता 2022‑24 के बीच तेज़ी से बढ़ी है। मैक्स की लगातार जीतें टॉप‑10 में रहने वाले भारतीय ड्राइवरों को मोटीवेट करती हैं और स्थानीय स्पॉन्सरशिप में वृद्धि का कारण बन सकती हैं, जिससे भविष्य में भारत में ग्रांप्री होने की संभावना मजबूत होगी।
Honda ने पावर‑युनिट के लगभग सभी मुख्य घटकों को सप्लाई किया, जिससे Red Bull को लागत‑प्रभावी लेकिन शक्तिशाली मोटर मिल सके। इस सहयोग ने 2024 में यूनिट की 98% विश्वसनीयता दर हासिल कराई, जिससे रेस‑डिस्क्रिप्टिव प्रोब्लेम कम हुए और मैक्स को लगातार पॉइंट्स स्कोर करने में मदद मिली।
ग्रांप्री में सबसे बड़ी मोड़ जॉर्ज रसेल की रणनीतिक पिट‑स्टॉप था, जिसने उसे अंत में लेडर के शीर्ष पर रखा। इसके अलावा, लैंडो नॉरिस का खराब टायर प्रबंधन और मैक्स की पाँचवीं पोज़िशन ने चैंपियनशिप को सुरक्षित कर दिया, जबकि कई ड्राइवरों को डब्ल्यू.डी.एस. (वर्ल्ड ड्राइवर स्कोर) के पीछे छोड़ दिया।
FIA ने 2025 के लिए नई हाइब्रिड पावर‑युनिट मानक घोषित किए हैं, जिसमें इलेक्ट्रिक ऊर्जा स्टोरेज की क्षमता को 30% बढ़ाया गया है। साथ ही, एरोडायनामिक पैकेज में सीमाएँ लाने से कार की डाउनफ़ोर्स घटेगी, जिससे ड्राइवरों को अधिक ड्राइवर‑स्किल की जरूरत पड़ेगी।
वेरस्टैपेन ने अभी तक स्पष्ट रूप से पाँच खिताब का लक्ष्य नहीं बताया है, परंतु उन्होंने कहा है कि "हम हर रेस को पूरी ताकत से लेंगे"। इतिहास में केवल शूमैकर ही पाँच लगातार खिताब जीत पाए हैं, इसलिए पाँचवाँ खिताब पेशेवर मोटरस्पोर्ट में एक नया मील का पत्थर बन जाएगा।
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