Waaree Energies Limited के आईपीओ (प्रारंभिक सार्वजनिक प्रस्ताव) ने अपने पहले ही दिन काफी ध्यान आकर्षित किया, जिसने बाजार में खासी हलचल मचा दी। जब यह आईपीओ 21 अक्टूबर 2024 को खुला, तो यह पहले ही दिन 2.81 गुना तक सब्सक्राइब हो गया। यह उत्साहजनक प्रतिक्रिया कई वजहों से आई, जिसमें अहम भूमिका बाजार सहभागियों की सकारात्मक दृष्टिकोण और कंपनी की बाजार में मजबूत उपस्थिति का रही। यह आईपीओ नई जारी करने से 3,600 करोड़ रुपये जुटाने के उद्देश्य के साथ था और 48 लाख शेयरों की बिक्री के लिए पेशकश शामिल थी, जिसका मूल्य 721.44 करोड़ रुपये है। कुल मिलाकर, इस आईपीओ का आकार 4,321.44 करोड़ रुपये है।
शेयरों की कीमत बैंड को 1,427 रुपये से 1,503 रुपये मूल्य वर्ग में रखा गया था। इस मूल्य बैंड ने निवेशकों को आकर्षित किया, जिसमें व्यक्तिगत निवेशक और खुदरा निवेशक भागीदार बने। गैर-संस्थागत निवेशकों (NIIs) के लिए हिस्सा 6.24 गुना सब्सक्राइब हुआ था, जबकि खुदरा निवेशक भाग 2.89 गुना था। हालांकि, संस्थागत निवेशकों का भाग 0.06 गुना ही सब्सक्राइब हुआ, जो थोड़ी चिंता का विषय हो सकता है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह अंडरसब्सक्रिप्शन संस्थागत निवेशकों की सतर्कतापूर्ण दृष्टिकोण का परिणाम हो सकता है।
आईपीओ के पहले ही एंकर निवेशकों के माध्यम से Waaree Energies ने करीब 1,277 करोड़ रुपये जुटा लिया था। एंकर निवेशकों की मजबूत भागीदारी ने इस बात का संकेत दिया कि वे कंपनी के प्रोडक्ट्स और इसके बाजार में स्थाई उपस्थिति के प्रति काफी भरोसेमंद थे। एंकर निवेशकों की प्रतिक्रिया ने खुदरा और गैर-संस्थागत निवेशकों में भी विश्वास का माहौल बनाने में मदद की।
Grey Market Premium (GMP) के हिसाब से, Waaree Energies के शेयर 1,480 रुपये पर खड़े थे, जो इश्यू मूल्य के मुकाबले 98% के लाभ का ध्यान खींचता है। GMP ने निवेशकों को संभावित मार्केट प्राइसिंग को लेकर उम्मीदवारी और आत्मविश्वास दिया। GMP से मिलने वाली अपेक्षकृत प्राइसिंग ने निवेशकों के बीच उत्साह बढ़ाया और यह संकेतित किया कि बाजार में आगामी लिस्टिंग कीमत 2,983 रुपये के करीब हो सकती है।
IPO के आमदनी का उद्देश्य ओडिशा में 6 GW की उत्पादन क्षमता वाले इग्नोट वेफर, सोलर सेल, और सोलर पीवी मॉड्यूल निर्माण संयंत्र की स्थापना है। यह कदम न केवल Waaree Energies के लिए एक रणनीतिक विस्तार को दर्शाता है, बल्कि देश में नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र के विकास के प्रति भी एक ठोस प्रतिबद्धता है। इस पहल से कंपनी को वैश्विक बाजारों में और भी सशक्त रूप से प्रवेश करने में मदद मिल सकती है।
Anand Rathi Research सहित कई मार्केट विशेषज्ञों ने Waaree Energies के आईपीओ में निवेश करने की सलाह दी है। इसके पीछे कारण है कंपनी की बाजार में मजबूत उपस्थिति, इसके वित्तीय प्रदर्शन, और इसके वैश्विक विस्तार की योजनाएं। ये विशेषताएं इसे अन्य कंपनियों से अलग खड़ा करती हैं और निवेशकों के लिए एक आत्मविश्वासी निवेश का विकल्प प्रस्तुत करती हैं।
Waaree Energies का आईपीओ सब्स्क्रिप्शन 23 अक्टूबर 2024 तक खुला रहेगा। इसके बाद, 24 अक्टूबर को आवंटन प्रक्रिया का समापन होगा और 25 अक्टूबर से रिफंड प्रक्रिया शुरू की जाएगी। कंपनी की शेयर बाजार में लिस्टिंग 28 अक्टूबर को संभावित मानी जा रही है। ये तिथियां निवेशकों के लिए महत्वपूर्ण हैं जिन्हें नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है।
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