विप्रो लिमिटेड, जो कि भारत में एक प्रमुख आईटी सेवा प्रदाता है, ने हाल ही में यह घोषणा की कि वह आगामी 17 अक्टूबर को अपने शेयरधारकों के लिए बोनस शेयर जारी करने पर विचार कर रही है। यह घोषणा बाजार के लिए एक उल्लेखनीय घटना साबित हुई क्योंकि इसका प्रभाव विप्रो के शेयर मूल्य पर तात्कालिक था। सोमवार को, विप्रो के शेयरों में 3% की तेजी आई, जिससे इसका शेयर मूल्य ₹545.35 पर पहुंच गया। यह कंपनी के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है क्योंकि इससे उनके ‘मार्केट कैप’ में भी उल्लेखनीय बढ़ोतरी हुई है, जो अब ₹2.83 लाख करोड़ के आंकड़े को छू चुकी है।
विप्रो के शेयर, अपने पिछले रिकॉर्ड के मुक़ाबले, निरंतर ऊंचाई पर बने हुए हैं। 5-दिवसीय, 10-दिवसीय, 20-दिवसीय, 50-दिवसीय, 100-दिवसीय, 150-दिवसीय और 200-दिवसीय मूविंग एवरेज से ऊपर यह शेयर ट्रेड कर रहा है, जो इसके स्थायित्व को दर्शाता है। विप्रो का रिलेवेटिव स्ट्रेंथ इंडेक्स (RSI) 47.6 के स्तर पर है, जो यह इंगित करता है कि यह शेयर न ज्यादा खरीदा जा रहा है और न ही बेचा जा रहा है। यह इस समय निवेश के लिए एक स्थिर अवसर बन सकता है।
विप्रो ने 2019 में अपने शेयरधारकों के लिए एक बोनस इश्यु जारी किया था जहां एक शेयर के लिए तीन बोनस शेयर दिए गए थे। इस प्रकार के कदम से निवेशकों का विश्वास बढ़ता है और शेयर बाजार में कंपनी की छवि मजबूत होती है। इस बार के प्रस्तावित बोनस इश्यु के चलते निवेशकों की उम्मीदें और भी बढ़ गई हैं। इसके अलावा, कंपनी 17 अक्टूबर को सितम्बर तिमाही के नतीजे भी जारी करने का लक्ष्य बना रही है, जिससे निवेशकों में उत्सुकता बढ़ गई है।
विप्रो ने जून 2024 तिमाही में अपने समेकित नेट प्रॉफिट में 5.21% का उछाल दर्ज किया है, जो ₹3,036.60 करोड़ था। हालांकि, इसी तिमाही में कंपनी का रेवेन्यू पिछले वर्ष के मुकाबले 3.79% गिरा। विप्रो की यह कड़ी मेहनत और उनकी सेवाओं की बढ़ती मांग बताती है कि कंपनी अपने आईटी सेवा राजस्व में भविष्य में बढ़ोतरी की संभावनाएं देख रही है। उन्होंने अगले तीन महीनों के लिए अपने राजस्व का अनुमान $2,600 मिलियन से $2,652 मिलियन बीच रखा है, जो एक स्थिर मार्गदर्शा प्रस्तुत करता है।
इस तरह की घोषणाएँ और वित्तीय प्रगति कंपनी के शेयरधारकों, निवेशकों और विश्लेषकों के बीच चर्चा का मुख्य विषय बनी रहती हैं। विप्रो के शेयरों के मूल्य में यह तात्कालिक वृद्धि दर्शाती है कि इस प्रकार के निर्णय किस प्रकार से कंपनियों की आर्थिक स्थिति और शेयर बाजार में स्थिति को प्रभावित करते हैं। निवेशकों के लिए यह समय सराहनीय योजनाओं का हिस्सा बनने के लिए अत्यंत लाभप्रद हो सकता है क्योंकि इससे दीर्घकालिक रूप से वित्तीय लाभ प्राप्त करने की संभावनाएं उजागर होती हैं।
एक टिप्पणी लिखें
आपकी ईमेल आईडी प्रकाशित नहीं की जाएगी