जब मोहम्मद सलीम सफ़ी, 2002-01-15 को ग्रॉइन ओवरलोड की वजह से आधिकारिक रूप से बांग्लादेश के खिलाफ तीन‑मैच ODI श्रृंखला से बाहर कर दिया गया, तो अफ़ग़ानिस्तान क्रिकेट प्रेमियों की धड़कनें तेज़ हो गईं। अफ़ग़ानिस्तान क्रिकेट बोर्ड (ACB) ने 6 अक्टूबर 2025 को जारी बुलेटिन में बताया कि 23‑साल के इस तेज़ गेंदबाज़ को कम से कम छह सप्ताह की पुनर्वास अवधि चाहिए, जिससे वह 8 अक्टूबर को शुरू होने वाले पहले मैच में नहीं खेल पाएगा। इस बीच, 21‑साल के बिलाल सामी को नई जगह मिली, जिससे टीम का दायरा थोड़ा‑बहुत पूरा हुआ।
चोट का कारण और पृष्ठभूमि
सफ़ी को 4 अक्टूबर को अबू धाबी के प्री‑सीरीज़ ट्रेनिंग कैंप में ग्रेड‑दो एडडक्टर (ग्रोइन) स्ट्रेन का पता चला। ACB के हाई‑परफॉर्मेंस सेंटर, जो काबूल के घाज़ी अमानुल्ला ख़ान अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम परिसर में स्थित है, ने तुरंत एमआरआई की मदद से निदान की पुष्टि कर ली। इस प्रकार की चोट अक्सर तेज़ रफ़्तार के बॉलिंग सत्रों में ओवरलोड के कारण होती है, और चिकित्सकों ने बताया कि बायोमैकेनिकल लोड को कम करने के लिए कम से कम छह सप्ताह की विश्राम‑पुनर्वास योजना आवश्यक है।
अफ़ग़ानिस्तान क्रिकेट बोर्ड के मुख्य चिकित्सक डॉ. ज़ियाउल्लाह शिनवारी ने बताया कि उपचार में अल्ट्रासाउंड थैरेपी, प्रोग्रेसिव रेजिस्टेंस एक्सरसाइज़ और दो‑सप्ताह में एक बार एमआरआई स्कैन शामिल होगा। उन्होंने यह भी कहा कि सफ़ी को पूरी तरह ठीक होने तक किसी भी तीव्र गति से बॉलिंग नहीं करनी चाहिए, अन्यथा चोट फिर से उभर सकती है।
बदलाव की घोषणा और नई टीम
ACB के राष्ट्रीय चयन समिति के चेयरमैन हश्मतुल्ला बराक़जाई ने 5 अक्टूबर को काबूल स्थित ACB हेडक्वार्टर्स में आपातकालीन बैठक बुलाई। उन्होंने 14:30 (स्थानीय समय) पर निर्णय लिया कि बिलाल सामी को सफ़ी की जगह आधिकारिक तौर पर Squad में शामिल किया जाए। वरिष्ठ अधिकारी शफ़ीक स्टनिकज़ाई, ACB के CEO ने इंटरव्यू में कहा कि यह कदम ICC के Article 5.3 के तहत अनुमति प्राप्त मेडिकल रिप्लेसमेंट के अनुरूप है, जिससे टीम के बैलेंस में कोई बड़ा अंतर नहीं आएगा।
सामी ने अभी-अभी 28 सितंबर को ख़ोस्त में हुए घाज़ी अमानुल्ला खान रीजनल वन‑डे टूर्नामेंट में 6 मैचों में 10 विकेट लेकर टीम का दूसरा शीर्ष विकेट‑टेकर रहा। उनका List A औसत 25.72 है, और 44 विकेटों पर 4.68 की इकोनमी रखता है—जो युवा बॉलरों में अनदेखा नहीं किया जा सकता। इस मौके से उनका अंतरराष्ट्रीय करियर एक कदम आगे बढ़ेगा, जबकि सफ़ी का पुनर्वास अभी शुरू हुआ है।
बांग्लादेश श्रृंखला का महत्व
बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (BCB) के CEO निज़ामुद्दीन चौधरी ने 3 अक्टूबर को कहा कि यह तीन‑मैच ODI श्रृंखला बांग्लादेश की ICC चैम्पियंस ट्रॉफी 2025 की तैयारी के लिए प्रमुख मंच होगी। उनके अनुसार, टीम इस श्रृंखला को अपनी नई लाइन‑अप को परखने और विभिन्न पिच कंडीशन्स में अनुकूलन क्षमता को देखना चाहती है। इसलिए, अफ़ग़ानिस्तान की टीम में किसी भी बदलाव का बांग्लादेश की रणनीति पर असर पड़ेगा, और बांग्लादेशियों को भी इस नए बॉलर, बिलाल सामी, को समझना पड़ेगा।
सिरीज़ का पहला मैच 8 अक्टूबर को शेख ज़ायेद क्रिकेट स्टेडियम, अबू धाबी में आयोजित होगा। यह स्थल पहले भी कई ICC इवेंट्स का मेज़बान रहा है, और इसका जलवायु‑संतुलित ट्रैक बॉलर‑फ्रेंडली माना जाता है—जिससे दोनों टीमों को अपने बॉलिंग स्ट्रैटेजी को अनुकूलित करना पड़ेगा। दूसरे और तीसरे मैच क्रमशः 10 और 12 अक्टूबर को तय हैं, और सभी मैच उसी स्टेडियम में ही खेले जाएंगे।
विज्ञान और चिकित्सा पहल
ACB हाई‑परफॉर्मेंस सेंटर, 2018 में स्थापित, तीन फुल‑टाइम स्पोर्ट्स मेडिसिन डॉक्टर्स के साथ काम करता है, जिनमें डॉ. मोहम्मद नबी (मुख्य मेडिकल ऑफिसर) भी शामिल हैं। सेंटर ने पहले भी कई खिलाड़ी चोटों की रोकथाम और त्वरित पुनर्वास में मदद की है, जैसे फज़लहाक फ़ारूकी की लगातार घुटने की समस्या। यह सेंटर अपने उन्नत MRI डायग्नोस्टिक उपकरणों के कारण अंतर्राष्ट्रीय मानकों के बराबर माना जाता है।
चोट के बाद के पुनर्वास में केवल शारीरिक उपचार ही नहीं, बल्कि मानसिक सहारा भी महत्वपूर्ण माना गया है। ACB ने मनोवैज्ञानिक सलाहकारों को शामिल कर खिलाड़ियों की मोटिवेशन और टीम कॉहिशन को बरकरार रखने की कोशिश की है, जिससे सफ़ी जैसी युवा प्रतिभा अपने करियर में वापसी के दौरान आत्मविश्वास बनाए रख सके।
आगे का रास्ता और भविष्य की योजना
सफ़ी की चोट की गंभीरता को देखते हुए, ACB ने अगले दो महीने में उसकी फॉर्म को फिर से जांचने का निर्णय लिया है। यदि वह 6‑सप्ताह की पुनर्वास अवधि के बाद पूरी तरह स्वस्थ हो जाता है, तो उसे एशिया कप 2026 के प्री‑क्वालिफायर में फिर से टोकन मिल सकता है। वहीं, बिलाल सामी को इस साल के शेष अंतरराष्ट्रीय कैलेंडर में लगातार खेलने का मौका मिलेगा, जिससे वह अपने तकनीकी कौशल को निखार सकेगा।
बांग्लादेश के खिलाफ यह श्रृंखला, चाहे सफ़ी के बिना ही क्यों न हो, दोनों टीमों के लिए महत्वपूर्ण अभ्यास मैदान है। यह न केवल खिलाड़ियों की फिटनेस टेस्ट करता है, बल्कि कोचिंग स्टाफ को रणनीतिक बदलावों की जरूरत को भी उजागर करता है। अंत में, प्रतिद्वंद्वियों के बीच यह मुकाबला क्रिकेट प्रेमी जनता को रोमांचक पलों से साक्षात कराएगा—और आशा है कि इन युवा बॉलरों की कहानी आगे भी इसी उत्साह से लिखी जाएगी।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
मोहम्मद सलीम सफ़ी की चोट का मुख्य कारण क्या था?
सफ़ी को 4 अक्टूबर को अबू धाबी के प्री‑सीरीज़ प्रशिक्षण के दौरान ग्रेड‑दो एडडक्टर (ग्रोइन) स्ट्रेन का पता चला, जो तेज़ गति से बॉलिंग के ओवरलोड से हुई। मेडिकल रिपोर्ट ने कम से कम छह‑सप्ताह की रीहैबिलिटेशन की सलाह दी।
बिलाल सामी को किन आँकड़ों ने टीम में जगह दिलाई?
सामी ने 2025 के घाज़ी अमानुल्ला खान रीजनल वन‑डे टूर्नामेंट में 6 मैचों में 10 विकेट लिए और उसका List A औसत 25.72 तथा इकोनमी 4.68 है, जिससे चयन समितियों का ध्यान आकर्षित किया।
यह ODI श्रृंखला बांग्लादेश के लिए क्यों अहम है?
बांग्लादेश इस श्रृंखला को ICC चैम्पियंस ट्रॉफी 2025 की तैयारी के रूप में देख रहा है; इससे टीम अपनी नई लाइन‑अप को लाइव स्थितियों में परखा सकेगी और विभिन्न पिच स्थितियों के अनुसार रणनीति बना सकेगी।
ACB हाई‑परफॉर्मेंस सेंटर में किन विशेषज्ञों ने इलाज किया?
सेंटर में मुख्य चिकित्सक डॉ. ज़ियाउल्लाह शिनवारी ने अल्ट्रासाउंड और प्रोग्रेसिव रेजिस्टेंस एक्सरसाइज़ का प्रोटोकॉल तय किया, जबकि डॉ. मोहम्मद नबी ने समग्र मेडिकल ओवरसाइट संभाली।
अगले कुछ महीनों में अफ़ग़ानिस्तान की टीम की क्या योजना है?
सफ़ी के पुनर्वास की निगरानी के बाद टीम एशिया कप 2026 के प्री‑क्वालिफायर में उसे फिर से शामिल करने का लक्ष्य रखती है, जबकि बिलाल सामी को निरंतर अंतरराष्ट्रीय मैचों में खेलने का अवसर दिया जाएगा।
Hitesh Soni
अक्तूबर 9, 2025 AT 00:17सलीम सफ़ी की चोट वाकई निराशाजनक है, लेकिन टीम को इसे एक सावधानी के रूप में देखना चाहिए। ग्राउंड ओवरलोड की समस्या आम है, इसलिए भारी लोड वाले बॉलरों को लोड मैनेजमेंट पर काम करना चाहिए। अब बिलाल सामी के अवसर को लेकर टीम को नई ऊर्जा मिल सकती है। अंतिम परिणाम इस पर निर्भर करेगा कि रीकवरी प्रक्रिया कितनी प्रभावी होगी।
rajeev singh
अक्तूबर 9, 2025 AT 08:37राजनीतिक ढाँचे में अक्सर युवा प्रतिभा को पर्याप्त समर्थन नहीं मिलता, पर ACB ने इस बार सही कदम उठाया है। सामी का प्रदर्शन दिखाता है कि घरेलू टॉर्नामेंट में उनका स्वभाव कितना तेज़ है। आशा है कि अगली श्रृंखला में उन्हें निरंतर मौका मिले।
ANIKET PADVAL
अक्तूबर 9, 2025 AT 19:44सबसे पहले, यह कहना जरूरी है कि ग्रेड‑दो एडडक्टर स्ट्रेन जैसी गंभीर चोट अक्सर बॉलरों के लिये career‑ending भी हो सकती है, लेकिन सही रीहैबिलिटेशन के साथ वापसी संभव है। ACB ने तुरंत एमआरआई से पुष्टि की, जो मेडिकल प्रोटोकॉल की कड़ाई दर्शाता है। शिनवारी डॉक्टर ने अल्ट्रासाउंड और प्रोग्रेसिव एक्सरसाइज़ को मिलाकर एक व्यापक उपचार योजना बनाई है। इस योजना में दो‑सप्ताह में एक बार एमआरआई स्कैन भी शामिल है, जिससे प्रगति को मॉनिटर किया जा सकता है। छह हफ़्तों की रिकवरी अवधि ने टीम को कुछ हद तक अस्थिर किया, पर यह दीर्घकालिक स्वास्थ्य के लिये आवश्यक है। बिलाल सामी का चयन केवल आकस्मिक नहीं, बल्कि उनके recent टॉर्नामेंट में 10 विकेट लेने की उपलब्धि के आधार पर है। उसकी औसत 25.72 और इकोनमी 4.68 को देखते हुए, वह नई टीम में एक प्रमुख हथियार बन सकता है। युवा बॉलर के रूप में, उसे अंतरराष्ट्रीय दबाव को संभालने के लिये मानसिक समर्थन भी दिया जा रहा है। ACB के हाई‑परफॉर्मेंस सेंटर में डॉक्टर्स और मनोवैज्ञानिक दोनों की टीम है, जो समग्र देखभाल को सुनिश्चित करती है। इस तरह के इंटेग्रेटेड अप्रोच से भविष्य में ऐसी चोटों को रोकने की संभावना बढ़ती है। बांग्लादेश की श्रृंखला का महत्व भी इस बात को दर्शाता है कि दोनों टीमें इस प्लेटफ़ॉर्म को प्रयोगशाला मान रही हैं। टीम मैनेजमेंट ने कहा है कि सामी को बॉल‑फ्रेंडली पिच पर उपयोग किया जाएगा, जिससे उसकी स्पिन और पूरब गति दोनों को परखा जा सकेगा। सफ़ी के बिना भी, अफ़ग़ानिस्तान को अपनी बैलेंस्ड लाइन‑अप के साथ आगे बढ़ना होगा। एशिया कप 2026 के प्रीक्वालिफायर में सफ़ी की संभावनाओं को देखते हुए, पुनर्वास के दौरान उसके प्रदर्शन को निरंतर ट्रैक किया जाएगा। इस पूरी प्रक्रिया से हमें यह सीख मिलती है कि चोटों को मात्र फिजिकल रेहैबिलिटेशन से नहीं, बल्कि साईकलॉजी और सपोर्ट सिस्टम से भी संभालना चाहिए। अंत में, क्रिकेट प्रेमियों को चाहिए कि वे खिलाड़ियों के स्वास्थ्य को प्राथमिकता दें और निरंतर समर्थन दें।
Shivangi Mishra
अक्तूबर 10, 2025 AT 01:17सफ़ी की वापसी के लिए हम सभी का आशावादी होना ज़रूरी है; उसका दर्द और संघर्ष हम महसूस कर सकते हैं। बिलाल के लिए यह सुनहरा मौका है, और हमें उनका स्वागत दिल से करना चाहिए।
ahmad Suhari hari
अक्तूबर 10, 2025 AT 11:01ACB की तेज़ प्रतिक्रिया सराहनीय है, लेकिन दीर्घकालिक प्लानिंग में अभी भी बड़े अंतर हैं। नए बॉलर को टीम में फिट करने के लिए एक्सट्रा सपोर्ट आवश्यक होगा।
shobhit lal
अक्तूबर 10, 2025 AT 17:57भाई, ये सब औपचारिक बातें छोड़ो, असली बात तो यही है कि सामी को तुरंत मैदान में डालो, नहीं तो वेब्साईट पर ही रह जाएगा।
suji kumar
अक्तूबर 11, 2025 AT 02:17अफग़ानिस्तान की टीम में इस बदलाव से यह स्पष्ट होता है कि युवा प्रतिभाओं को गंभीरता से लिया जा रहा है; ग्राउंड स्ट्रेन जैसी चोटों के बाद भी, चयन समिति ने एक ऐसा विकल्प चुना है जो भविष्य में टीम की गहराई को बढ़ा सकेगा। इस क्रम में, समग्र मेडिकल सपोर्ट और मनोवैज्ञानिक समर्थन आवश्यक घटक बनता जा रहा है। बांग्लादेश की पिच पर बॉलरों के लिए उपयुक्त परिस्थितियां बनने से, दोनों टीमें अपने‑अपने स्ट्रेटेजी को पुनः परख सकेंगी। अब सवाल यह है कि क्या सामी इस अवसर को पूरी तरह से उपयोग कर पाएगा और क्या सफ़ी की रिकवरी योजना वास्तव में सफल होगी।
Ajeet Kaur Chadha
अक्तूबर 11, 2025 AT 07:51वाह, अब तो बॉलिंग भी वैक्सीन की तरह मिलती होगी।
Rahul kumar
अक्तूबर 11, 2025 AT 14:47सफ़ी को चोट लगना तो बस नया स्क्रिप्ट लिखने का एक और तरीका है।
indra adhi teknik
अक्तूबर 11, 2025 AT 23:07सही कहा, लेकिन मेडिकल टीम को चाहिए कि वे बॉलरों के लोड को मॉनिटर करने के लिए वैकल्पिक ट्रेनिंग मेथड अपनाएँ, ताकि ऐसी अनपेक्षित चोटें कम हों।