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मिर्जापुर सीजन 3 रिव्यू: क्राइम और पॉलिटिक्स के मिश्रण में बेहतरीन नई किस्त

मिर्जापुर सीजन 3: क्राइम और पॉलिटिक्स का बेहतरीन मिश्रण

मिर्जापुर का तीसरा सीजन एक बार फिर दर्शकों को एक आकर्षक और रोमांचक सफर पर ले जाता है। गुरमीत सिंह और आनंद अय्यर द्वारा निर्देशित यह सीजन त्रिपाठी परिवार की कहानी को आगे बढ़ाता है, जो दर्शकों के दिलों में पहले से ही अपनी जगह बना चुका है। पूरवांचल की पृष्ठभूमि में सेट इस क्राइम-ड्रामा में न केवल अच्छे प्रदर्शन, बल्कि कुछ अप्रत्याशित मोड़ भी हैं जो दर्शकों को बाँधे रखते हैं।

इस बार कहानी में कई नए दावेदार पेश किए गए हैं, जो मिर्जापुर की गद्दी के लिए जद्दोजहद कर रहे हैं। मुख्य पात्रों में गुड्डू पंडित, गोलू गुप्ता और शरद शुक्ला शामिल हैं। ये पात्र न केवल अपने संघर्ष से दर्शकों को प्रभावित करते हैं, बल्कि अपने अभिनय से भी प्रशंसा बटोरते हैं। अली फज़ल, श्वेता त्रिपाठी शर्मा और अंजुम शर्मा ने अपने पात्रों को बेहतरीन तरीके से निभाया है।

पंकज त्रिपाठी की धमाकेदार वापसी

इस सीजन में पंकज त्रिपाठी की धमाकेदार वापसी होती है, जिन्होंने अखंडानंद त्रिपाठी उर्फ कालीन भैया की भूमिका में अपनी भूमिका को और भी प्रगाढ़ बनाया है। उनकी तरह की नदारद उपस्थिति और बेहतरीन डायलॉग डिलीवरी दर्शकों के बीच जोश भर देती है। इसके साथ ही रसिका दुग्गल ने बीना त्रिपाठी की भूमिका में एक बार फिर से अपने शानदार अभिनय का परिचय दिया है।

कहानी में राजनीति और अपराध का गहरा मिश्रण

मिर्जापुर सीजन 3 की खासियत यह है कि इसमें अपराध और राजनीति का मेल बहुत ही गहनता से दिखाया गया है। कहानी में पावर स्ट्रगल, धोखा और हिंसा का जाल बेहतरीन तरीके से बुना गया है। हर एपिसोड में एक नया ट्विस्ट और टर्न आता है, जो दर्शकों को स्क्रीन से बांधे रखता है। इस सीजन की एक और खासियत है कि इसमें महिला पात्रों को भी काफी दमदार तरीके से पेश किया गया है।

पात्रों का गहराई से विश्लेषण

पात्रों का गहराई से विश्लेषण

गुड्डू पंडित की भूमिका में अली फज़ल ने एक बार फिर से अपने फैंस का दिल जीत लिया है। उनके साथ श्वेता त्रिपाठी शर्मा ने गोलू गुप्ता की भूमिका में बेहतरीन प्रदर्शन किया है। शरद शुक्ला के रूप में अंजुम शर्मा ने भी अपने अभिनय से दर्शकों को प्रभावित किया है। हालाँकि, कुछ पात्र जैसे कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मुस्लिम स्ट्रांगमैन का प्रदर्शन थोड़ा सतही लगता है, जिससे दर्शकों को कुछ निराशा हो सकती है।

बेजोड़ एन्गेजमेंट लेकिन कुछ कमजोरियां भी

बेजोड़ एन्गेजमेंट लेकिन कुछ कमजोरियां भी

श्रृंखला की कमजोरियों में से एक यह है कि कभी-कभी कहानी में कुछ घटनाएं पूर्वानुमानित हो जाती हैं, जिससे दर्शकों को कुछ अंशों में निराशा हो सकती है। लेकिन इसके बावजूद, मिर्जापुर सीजन 3 अपनी रोमांचक और सशक्त कहानी के कारण अपने दर्शकों को निराश नहीं करता।

विजेता पात्र और शानदार अभिनय

विजेता पात्र और शानदार अभिनय

श्रृंखला का मूलतत्त्व उसका दमदार पात्र और उनका शानदार अभिनय है। पंकज त्रिपाठी, अली फज़ल, श्वेता त्रिपाठी शर्मा, रसिका दुग्गल और अंजुम शर्मा ने अपने-अपने किरदारों को बेहतरीन तरीके से निभाया है। यह सभी अभिनेता अपनी आकर्षक प्रस्तुति और मार्मिक संवाद डिलीवरी के कारण दर्शकों के दिल में जगह बना लेते हैं।

अंत में, मिर्जापुर का तीसरा सीजन दर्शकों के लिए निसंदेह एक शानदार अनुभव साबित होता है। यह वेब सीरीज अपनी उच्च गुणवत्ता, दमदार कहानी और इसे बेहद संवेदनशील होते हुए भी मनोरंजक तरीके से प्रस्तुत करने के लिए जानी जाती है। यदि आप क्राइम और राजनीति पर आधारित कहानियों के शौकीन हैं, तो मिर्जापुर सीजन 3 आपके लिए बिल्कुल परफेक्ट चॉइस है। यह सीजन अब अमेज़न प्राइम वीडियो पर स्ट्रीमिंग है और दर्शकों को अपनी तरफ खींचने के लिए तैयार है।

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