राहुल गांधी ने खुले दिल से अपनी बहन प्रियंका गांधी की महत्वपूर्ण भूमिका को स्वीकार किया है, जिन्होंने उत्तर प्रदेश में कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के गठबंधन की अद्वितीय सफलता सुनिश्चित की। 2024 के लोकसभा चुनाव में इस गठबंधन ने 80 में से 44 सीटों पर बढ़त हासिल की है, जो कि बीजेपी के पिछले प्रभुत्व से एक बड़ा विराम है।
प्रियंका गांधी ने इस बार चुनाव में भाग नहीं लेने का निर्णय लिया। इसके बजाय, उन्होंने राज्य के विभिन्न हिस्सों में जमकर प्रचार किया। यह रणनीति उन्हें अमेठी और रायबरेली जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों पर केंद्रित होने का अवसर प्रदान किया, जहां कांग्रेस को आरामदायक विजय मिली।
प्रियंका ने राज्य में लोगों से मिलकर कांग्रेस के उद्देश्यों और योजनाओं को प्रचारित किया, जिससे जनसमर्थन में वृद्धि हुई। राहुल गांधी ने अपने भाषण में लोगों का सम्मान करते हुए कहा कि बिना उनकी बहन और उनकी मेहनत के यह संभव नहीं हो पाता। खासकर उन क्षेत्रों में जहां बीजेपी का पहले से ही प्रभुत्व था, वहां से कांग्रेस का जीतना एक महत्वपूर्ण परिणाम है।
समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के गठबंधन ने उत्तर प्रदेश में एक नया अध्याय लिखा है। यह गठबंधन राज्य की राजनीति में एक बड़ा बदलाव ला सकता है। राज्यों के पारंपरिक राजनीतिक परिदृश्य को देखते हुए यह गठबंधन अद्वितीय है।
गठबंधन द्वारा सफलता हासिल करने का एक मुख्य कारण दोनों दलों के नेताओं की जनता के बीच सक्रिय उपस्थित बनाये रखना था। राहुल गांधी और अखिलेश यादव दोनों ने राज्य भर का दौरा किया और रैलियों के माध्यम से जनता से संवाद किया।
राहुल गांधी ने कहा कि अब उनके लिए सबसे महत्वपूर्ण काम भविष्य की रणनीतियों पर ध्यान केंद्रित करना है। उन्होंने बताया कि जल्द ही एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की जाएगी जिसमें सभी INDIA गठबंधन के पार्टनर्स संयुक्त रूप से हिस्सा लेंगे।
इस बैठक में आगामी चुनावों और अन्य महत्वपूर्ण निर्णयों पर चर्चा होगी। राहुल गांधी का मानना है कि यह उठाया गया कदम राजनीतिक स्थिरता और विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
ताज़ा आंकड़ों के अनुसार, अब तक के रुझान में भाजपा-नेतृत्व वाले एनडीए 295 सीटों पर आगे है जबकि INDIA ब्लॉक 231 सीटों पर अग्रणी है। अन्य दल 17 सीटों पर बढ़त बना रहे हैं। यह स्पष्ट है कि प्रतिद्वंदिता कड़ी है, फिर भी कांग्रेस और समाजवादी पार्टी गठबंधन ने अपने प्रदर्शन से साबित कर दिया है कि जनलोकप्रियता को हासिल करने में वे भी सक्षम हैं।
आगे का रास्ता कठिन हो सकता है, लेकिन राहुल और प्रियंका गांधी के समर्पण और मेहनत ने कांग्रेस को एक नई दिशा में अग्रसर किया है। उत्तर प्रदेश के लोगों का समर्थन और विश्वास, इस गठबंधन की ताकत को दर्शाता है, जिससे आने वाले समय में और भी महत्वपूर्ण उपलब्धियों की उम्मीद की जा सकती है।
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