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भारत की नवीकरणीय ऊर्जा प्रयासों से प्रीमियर एनर्जी की IPO के जरिए लाभ उठाने की तैयारी

प्रीमियर एनर्जी: एक नया अवतार

भारतीय सौर ऊर्जा क्षेत्र की अग्रणी कंपनी, प्रीमियर एनर्जी, भारतीय सरकार के नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए चल रहे प्रयासों से बड़े लाभ की ओर बढ़ रही है। सरकार का लक्ष्य देश की स्थापित ऊर्जा क्षमता में नवीकरणीय ऊर्जा की हिस्सेदारी को बढ़ाना है, और प्रीमियर एनर्जी इस मौके का पूरा फायदा उठाने की तैयारी में है।

कंपनी 27 अगस्त, 2024 को पब्लिक इशू के माध्यम से ₹2,830 करोड़ जुटाने की योजना बना रही है। इस IPO में ₹1,291 करोड़ की ताज़ा इक्विटी शेयरों की पेशकश और बिक्री के लिए पेशकश कर रहे शेयरधारकों के शेयरों की बिक्री शामिल होगी। कंपनी इस रकम का उपयोग अपने सौर सेल और मॉड्यूल निर्माण क्षमताओं का विस्तार करने के लिए करेगी।

बाजार में बढ़ती मांग

भारत में नवीकरणीय ऊर्जा, विशेषकर सौर ऊर्जा की मांग तेजी से बढ़ रही है। प्रीमियर एनर्जी ने 2026 के अंत तक अपनी सौर सेल क्षमता को 2 GW से बढ़ाकर 7 GW और सौर मॉड्यूल क्षमता को 4 GW से बढ़ाकर 8 GW करने का लक्ष्य रखा है। इस विस्तार के लिए कंपनी ₹3,358 करोड़ का निवेश करेगी, जिसमें से एक बड़ा हिस्सा IPO से और शेष कर्ज से वित्त पोषित होगा।

कंपनी के वित्तीय प्रदर्शन में भी उल्लेखनीय सुधार देखा गया है। FY24 में प्रीमियर एनर्जी की आय पिछले साल की तुलना में 105% की दर से बढ़कर ₹3,143 करोड़ हो गई है। EBITDA में 206% की वृद्धि होकर ₹505 करोड़ हो गया और EBITDA मार्जिन 16.07% था। FY24 के लिए कंपनी का शुद्ध लाभ ₹231 करोड़ था, जो पिछली दो वित्तीय वर्षों के नुकसान से उभर कर आया है।

IPO का मतलब

IPO का मतलब

यह IPO प्रीमियर एनर्जी के लिए न केवल वित्तीय समर्थन का महत्वपूर्ण माध्यम बनेगा, बल्कि यह कंपनी की दीर्घकालिक विकास योजनाओं को भी बल प्रदान करेगा। IPO के बाद, कंपनी के प्रमोटरों की हिस्सेदारी 72% से घटकर 66% रह जाएगी।

भविष्य की योजनाएं और लक्ष्यों की दिशा

प्रीमियर एनर्जी के पास वर्तमान में ₹5,929 करोड़ का ऑर्डर बुक है, जिसमें से ₹1,609 करोड़ गैर-DCR (घरेलू सामग्री आवश्यकता) सौर परियोजनाओं के लिए है। सरकार का लक्ष्य 2030 तक स्थापित नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता को 500 GW तक बढ़ाना है, जो वर्तमान में 172 GW है। इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए प्रीमियर एनर्जी के विकास को बड़ी संभावनाएं हैं।

कंपनी के मुनाफे में भी इन सरकारी उद्देश्यों के समर्थन से भारी सुधार होने की संभावना है, जो इसे लंबे समय के निवेशकों के लिए एक आकर्षक विकल्प बनाता है।

निष्कर्ष

निष्कर्ष

यह स्पष्ट है कि भारतीय सरकार के नवीकरणीय ऊर्जा को बढ़ावा देने के प्रयास प्रीमियर एनर्जी को बड़े लाभ की ओर बढ़ा सकते हैं। कंपनी की योजनाएं और वित्तीय प्रदर्शन इस बात की पुष्टि करते हैं कि यह IPO निवेशकों के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर हो सकता है।

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