सुपर 4s में पाकिस्तान की जीत
दुबई इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में 25 सितंबर को खेले गए एशिया कप 2025 के सुपर 4s मैच में पाकिस्तान ने बांग्लादेश को 11 रन से मात दी। पाकिस्तान ने 20 ओवर में 135 रन जोड़ कर 8 विकेटों पर रुकते हुए लक्ष्य रखा, जबकि बांग्लादेश को केवल 124 रन पर 9 विकेट गिरते हुए रोकना पड़ा।
पाकिस्तानी टीम की पिच पर टिकाऊ शुरुआत मोहम्मद हारिस और मोहम्मद नवाज़ ने की। हारिस ने 35 रन बनाई, जबकि नवाज़ ने 28 रन का योगदान दिया। उनके बाद फाख़र ज़मान और शहीन अफरीदी ने छोटे‑छोटे तेज़ी से चालांक जोड़े, जिससे 135 का लक्ष्य ठोस हो गया। बांग्लादेश के तेज़ बॉलरों ने शुरुआती ओवरों में दबाव बनाया, लेकिन पाकिस्तान ने कम स्कोर को नियंत्रित किया।
बांग्लादेश के पीछे रहने वाले लक्ष्य को हासिल करने का संघर्ष असफल रहा। सैफ़ हसन ने 30 रन की फास्ट स्कोरिंग की, लेकिन उनका साथी तंजीद हसन तमिम ही 20‑से अधिक रन बना पाए। बाकी शर्तिया बल्लेबाजों ने लगातार गिरते हुए 124/9 का आंकड़ा बनाते हुए टीम को हार का दोगुना बोझ दिया।
पूरी जीत में पाकिस्तान की गेंदबाज़ी ने प्रमुख भूमिका निभाई। शहीन अफरीदी ने 4 ओवर में 2 विकेट लेकर दबाव बनाए रखा, हरिस रौफ की तेज़ गति ने बांग्लादेश को सीमित रखा, और सैम आयुब तथा नवाज़ ने क्रमशः 2‑2‑1‑0 की लाइलाज लाइनर चलाकर जीत को पक्की कर दी। गेंदबाज़ों की एकता ने कम लक्ष्य को भी मजबूत बनाया।

फाइनल की दास्तां: पाकिस्तान बनाम भारत
इस जीत के बाद पाकिस्तान का सामना 28 सितंबर को भारत से होगा। यह एशिया कप के इतिहास में पहली बार दोनों प्रतिद्वंद्वी टीमें टाइटल मैच में टकराएँगी। भारत ने अपने पिछले मैच में बांग्लादेश को 41 रन से हराया था, जबकि पाकिस्तान ने श्रीलंका को 5 विकेट से मात दी थी, जिससे दोनों टीमों का फॉर्म ऊँचा दिख रहा है।
पाकिस्तान के कप्तान सैलमान आघा ने संतुलित स्क्वाड तैयार किया है। फाख़र ज़मान, शहीन अफरीदी और हरिस रौफ जैसे अनुभवी खिलाड़ियों के साथ साथ साहिबजादा फ़रहान और सैम आयुब जैसे उभरते स्टार्स ने टीम में नई ऊर्जा लाई है। मोहम्मद हारिस विकेट‑कीपर की भूमिका में भी अहम योगदान दे रहे हैं।
भारत की टीम में कप्तान जैकर अली (विकेट‑कीपर) के नेतृत्व में अनुभवी मोस्टाफीज़ुर रहमान और टास्किन अहमद जैसे तेज़ बॉलरों का जुगाड़ है। टांज़िद हसन तमिम, तौहिद एच्रीडॉय और अन्य युवा बल्लेबाजों को भी आगे बढ़ना होगा।
फाइनल केवल ट्रॉफी का नहीं, बल्कि दोनों देशों के बीच सदियों पुरानी क्रिकेट rivalry का एक बड़ा मंच होगा। पाकिस्तान के लिए यह तीसरा एशिया कप जीतने का मौका है, जबकि भारत भी अपने प्रतिष्ठित इतिहास को आगे बढ़ाने की कोशिश में है। दोनों टीमों की रणनीतियाँ, फ़ील्डिंग की तीव्रता और टॉस पर जीत के बाद पिच रिपोर्ट से तय होने वाले निर्णय इस मैच को और भी रोमांचक बना देंगे।
इस ऐतिहासिक मुकाबले को देखते हुए सभी क्रिकेट प्रेमी उत्सुक हैं कि कौन अपने खिलाड़ी को इस बड़े मंच पर सबसे बेहतर प्रदर्शन करने देगा। पैकिस्तान के फिनिशर को इस बार भी अपनी चमक दिखानी होगी, और भारत को अपनी बल्लेबाज़ी की ताक़त को साबित करना होगा। जल्द ही स्टेडियम में धूम मचाने वाला यह फाइनल एशिया कप 2025 की सबसे यादगार घड़ी बन कर निकलेगा।
Rahul Jha
सितंबर 26, 2025 AT 11:07पाकिस्तान ने बांग्लादेश को 11 रन से हराकर फाइनल की राह बनायी 🎉🏏 यह जीत उनकी बॉलिंग गहराई और बैटिंग स्थिरता का नतीजा है 😎👍
Gauri Sheth
सितंबर 30, 2025 AT 08:10सच कहूँ तो यह जीत थोड़ी रहस्यमयी लगती है… बांग्लादेश ने तो बहुत मेहनत की थी पर उदासीन जजेस ने कुछ अजीब कर दिया 😢 मेरे ख्याल से खेल में राजनीति का असर बहुत ज़्यादा है यह देख कर मेरा दिल टूटता है
om biswas
अक्तूबर 4, 2025 AT 05:14भाई भारत को क्यों नहीं जीतते? हर बार पाकिस्तान ही सरपरास रह जाता है भाई! ये तो साफ़‑साफ़ दिख रहा है कि हमारी टीम अभी भी कमजोर है, डेटाबेस देखो तो सही😊
sumi vinay
अक्तूबर 8, 2025 AT 02:17वाह! क्या रोमांचक मैच रहेगा। पाकिस्तान की फिनिशर टीम को आगे ले जाएगी और भारत के बल्लेबाजों को अपनी सीमाओं तक पहुंचना पड़ेगा। फैंस को ज़रूर बहुत मज़ा आएगा 😊
Anjali Das
अक्तूबर 11, 2025 AT 23:20देखो भाई लोग, पाकिस्तान का फॉर्म ही बेहतर है, इसलिए फाइनल उनका ही होना चाहिए। भारत की टीम को अभी अपनी रणनीति बदलनी पड़ेगी नहीं तो ये हार निश्चित है।
Dipti Namjoshi
अक्तूबर 15, 2025 AT 20:24एशिया कप 2025 का यह चरण वास्तव में दर्शकों को कई स्तरों पर भावनात्मक झटके दे रहा है।
पाकिस्तान की जीत ने यह साबित कर दिया कि उनका बैटिंग क्रम अब भी विश्वसनीय है।
मोहम्मद हारिस और मोहम्मद नवाज़ की शुरुआती साझेदारी ने टीम को स्थिरता प्रदान की।
उनकी साझेदारी न सिर्फ रन बनाने में मददगार थी बल्कि पिच की स्थितियों को भी समझा।
शहीन अफरीदी की गेंदबाज़ी ने महत्वपूर्ण मोड़ पर विकेट लेकर टेंशन को कम किया।
बांग्लादेश की तेज़ गेंदबाज़ी ने शुरुआती ओवरों में दबाव बनाया, पर पाकिस्तान ने इसे अच्छे से संभाला।
इस जीत से पहले के आँकड़े दर्शाते हैं कि पाकिस्तान की फील्डिंग एफ़िशिएंसी पिछले टूर्नामेंट से भी बेहतर है।
फाइनल की तैयारी में अब दोनों टीमों को पिच के स्पिन फेवर को देखते हुए अपनी लाइन‑अप में बदलाव करने चाहिए।
भारत की टीम के पास तेज़ बॉलरों की ताक़त है, पर उनका बाउंड्री मारने का तरीका अभी भी सवालों में है।
जबकि पाकिस्तान के पास कमर कसकर चलने वाले फाइनेंसिंग फिनिशर हैं, जो दबाव में भी चुराकी से रन बना सकते हैं।
इतिहास ने भी दिखाया है कि एशिया कप के फाइनल में अक्सर वही टीम जीतती है जो मानसिक रूप से तैयार रहती है।
इस बार भी देखा जाए तो पाकिस्तान की सामाजिक समर्थन और टीम बंधन मजबूत प्रतीत होते हैं।
भारत को अब अपने कोचिंग स्टाफ को सजा‑सजाकर रणनीति बनानी पड़ेगी, नहीं तो वे इस प्रतिष्ठित ट्रॉफी को खो देंगे।
अंत में, दर्शकों को चाहिए कि वे दोनों देशों की खेल भावना का सम्मान करें और नकारात्मकता से दूर रहें।
यही कारण है कि इस फाइनल को देखना सिर्फ खेल नहीं बल्कि एक सांस्कृतिक मीटिंग भी है।
आशा है कि दोनों टीमें इस मंच पर अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन देंगी और कबड्डी व नयी कहानी लिखेंगी।