मुंबई में भयंकर धूल भरी आंधी और मानसून की पहली बारिश का कहर
मुंबई शहर में बुधवार को अचानक आई भीषण धूल भरी आंधी और उसके बाद मानसून की पहली बारिश ने पूरे शहर में अफरा-तफरी मचा दी। भारत मौसम विज्ञान विभाग ने ठाणे, पालघर और मुंबई के लिए बिजली के साथ आंधी और तेज से बहुत तेज बारिश की संभावना जताते हुए 'नाउकास्ट वॉर्निंग' जारी की थी।
आंधी और बारिश के दौरान तेज हवाओं के कारण यातायात पूरी तरह से ठप हो गया और यात्री आंधी के दौरान शरण लेने के लिए मजबूर हो गए। एक 100 फुट ऊंचा बिलबोर्ड उखड़ गया, जिससे वाहन और लोग फंस गए। इस घटना में कम से कम 7 लोग घायल हो गए।
मेट्रो सेवाएं ठप, उड़ानें डायवर्ट
मौसम की प्रतिकूल परिस्थितियों के चलते मेट्रो सेवाएं बंद कर दी गईं। इसके अलावा कई उड़ानें भी डायवर्ट की गईं। कई एयरलाइंस ने यात्रियों को सलाह जारी करते हुए सूचित किया कि उड़ानों में देरी, आगमन में विलंब और आगे की उड़ानों में व्यवधान हो सकता है।
आंधी-तूफान के कारण मध्य रेलवे पर उपनगरीय सेवाएं भी प्रभावित हुईं। शहर के विभिन्न इलाकों में पेड़ गिरने से यातायात में भी भारी जाम देखा गया।
नागरिकों से सतर्क रहने की अपील
प्रशासन ने नागरिकों से अपील की है कि वे इस तरह के मौसम में सतर्क रहें और बिना वजह घर से बाहर न निकलें। आपातकालीन स्थिति में ही बाहर निकलने की सलाह दी गई है।
मौसम विभाग के अनुसार, आने वाले दिनों में भी मुंबई और आसपास के इलाकों में भारी बारिश की संभावना है। नागरिकों को सलाह दी जाती है कि वे मौसम संबंधी अपडेट्स के लिए सतर्क रहें और आधिकारिक सूत्रों से जानकारी लेते रहें।
मुंबईकरों ने साझा किए अनुभव
इस आकस्मिक मौसम परिवर्तन ने मुंबईकरों को हैरान कर दिया। कई लोगों ने सोशल मीडिया पर अपने अनुभव साझा किए। एक यूजर ने लिखा, "एक पल में ऐसा लग रहा था जैसे अंधेरा छा गया हो और दूसरे ही पल मूसलाधार बारिश शुरू हो गई। मुंबई का मौसम भी अपनी मनमानी पर है।"
एक अन्य यूजर ने लिखा, "ऑफिस जाने का सफर आज किसी सफर से कम नहीं था। धूल भरी आंधी और बारिश ने रास्ते में कई चुनौतियां खड़ी कर दीं। लेकिन हमारा मुंबई का जज्बा ऐसी परिस्थितियों में भी बुलंद रहता है।"
इस अप्रत्याशित बदलाव ने मुंबईकरों को मानसून की एक झलक दिखा दी है। हालांकि इस बार मानसून की शुरुआत काफी रौद्र रूप में हुई है। आने वाले दिनों में स्थिति और सामान्य होने की उम्मीद की जा रही है।
मौसम विभाग का पूर्वानुमान
भारत मौसम विज्ञान विभाग के मुताबिक, मुंबई सहित कोंकण क्षेत्र के कई हिस्सों में अगले 48 घंटों के दौरान भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है। इसके साथ ही कुछ स्थानों पर 40-50 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से तेज हवाएं भी चल सकती हैं।
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि अरब सागर के ऊपर बने कम दबाव के क्षेत्र के कारण नमी बढ़ी है, जिससे इस तरह की परिस्थितियां बन रही हैं। अगले कुछ दिनों तक मौसम में उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है।
बाढ़ की आशंका को देखते हुए प्रशासन अलर्ट
भारी बारिश की संभावना को देखते हुए मुंबई के निचले इलाकों में बाढ़ की आशंका है। प्रशासन ने पहले ही अलर्ट जारी कर दिया है और नागरिकों से निचले इलाकों में जाने से बचने की अपील की है।
बृहन्मुंबई महानगरपालिका (BMC) ने भी अपनी टीमों को अलर्ट पर रखा है। बचाव दल और पंपिंग स्टेशन चौबीसों घंटे निगरानी में लगे हुए हैं। साथ ही जलभराव वाले इलाकों से लगातार पानी की निकासी की जा रही है।
मुंबईकरों से प्रशासन की अपील
- बिना वजह घर से बाहर न निकलें, सिर्फ आपातकालीन स्थिति में ही बाहर जाएं।
- बाढ़ संभावित निचले इलाकों में प्रवेश न करें।
- सड़क पर जमा पानी में पैदल या वाहन से गुजरने का प्रयास न करें।
- मौसम विभाग और प्रशासन द्वारा जारी सलाह व निर्देशों का पालन करें।
- आपातकालीन नंबरों को हमेशा अपने पास रखें।
कुल मिलाकर मुंबई में मानसून की दस्तक भले ही रौद्र रूप में हुई हो, लेकिन इससे आने वाले दिनों में अच्छी बारिश की उम्मीद भी जगी है। प्रशासन और मौसम विभाग लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। नागरिकों से भी अपील है कि वे इस दौरान सतर्कता बरतें और अनावश्यक रूप से बाहर न निकलें। उम्मीद है कि मुंबईकर अपने अनुभव और सहयोग से इस चुनौतीपूर्ण समय का भी सफलतापूर्वक सामना करेंगे।
manoj jadhav
मई 13, 2024 AT 22:13वाह! क्या धूल भरी आंधी और झड़कती बारिश ने पूरे मुंबई को हिला दिया!! सड़क पर हर दिशा में गंदगी, हवा के झोंके, लोग शरण ढूँढ़ते हुए भागते निकले... इस तरह की अचानक बदलती प्रकृति को देखते ही हमें एक साथ सामने आकर मदद करनी चाहिए, है ना?
saurav kumar
मई 13, 2024 AT 22:36धूल और बारिश ने ट्रैफ़िक को पूरी तरह रोक दिया। मेट्रो बंद हो गई और उड़ानें भी रुक गईं। सबको सुरक्षित रहना चाहिए।
Ashish Kumar
मई 13, 2024 AT 23:26आज की भयंकर धूल भरी आंधी और अनपेक्षित बरसात ने मुंबई के नागरिकों को एक गंभीर परीक्षा में डाल दिया है। मौसम विभाग ने पहले ही चेतावनी जारी कर दी थी, फिर भी कई लोग बिना तैयारी के बाहर निकल गए। जब तेज हवाएँ बिलबोर्ड को उखाड़ कर गिरा गईं, तो वह क्षण वास्तविकता की कठोरता को दर्शाता है। घायल लोग, टुटे हुए सिग्नल, और बिखरे हुए कागज़ों का दृश्य देखना, हमारे शहर की अस्थिरता को उजागर करता है। मेट्रो सेवाओं का ठप हो जाना, आवागमन को पूरी तरह अटके हुए बना देता है, जिससे रोज़मर्रा की जिंदगी में अनिवार्य बाधा आती है। कई उड़ानें डायवर्ट हो गईं, कुछ यात्रियों को वैकल्पिक हवाई अड्डों तक पहुंचना पड़ा, जिससे आर्थिक नुकसान भी हो रहा है। प्रशासन ने सतर्क रहने की अपील की, परंतु वास्तविकता यह है कि आम जनसंख्या अक्सर चेतावनियों को हल्के में ले लेती है। जल निकासी की कमी और निचले इलाकों में बाढ़ की संभावना को देखते हुए, यह स्थिति और भी वढ़ेगी। बाढ़ बचाव दलों को चौबीसों घंटे काम पर लगाना, शहर की जवाबदेही को दर्शाता है, लेकिन संसाधनों की कमी भी सामने आती है। एक ओर जहां वैज्ञानिकों ने अरब सागर में दबाव कम होने को कारण बताया है, वहीं दूसरी ओर अपर्याप्त शहरी योजना इस आपदा को बढ़ा देती है। हमने अक्सर सुना है कि मुंबई की रियासत में कभी नहीं थकती, पर इस बार इसका मतलब है कि हमें संसाधनों को पुनः व्यवस्थित करना होगा। नागरिकों को निचले क्षेत्रों से हटना चाहिए, और अत्यावश्यक स्थिति में ही यात्रा करनी चाहिए। इस तरह की जलवायु परिवर्तन की घटनाएं भविष्य में भी बढ़ सकती हैं, इसलिए दीर्घकालिक समाधान पर काम करना आवश्यक है। आज का अनुभव हमें सिखाता है कि आपदा प्रबंधन में सामुदायिक सहयोग कितना महत्वपूर्ण है। उम्मीद है कि सरकार, बीएमसी और लोगों का सहयोग मिल कर इस अंधेरे को फिर से रोशन करेगा। विकास और सुरक्षा के बीच संतुलन बनाने के लिए समुचित योजना बनानी पड़ेगी।
Pinki Bhatia
मई 14, 2024 AT 00:16ऐसी परिस्थितियों में सभी को सुरक्षित रहने की शुभकामनाएँ।
NARESH KUMAR
मई 14, 2024 AT 01:06बिल्कुल सही कहा आपने! 🌧️🛡️ सभी शहरवासियों को मिलकर इस मुसीबत का सामना करना चाहिए। 🙏🚇