नवरात्रि के आगमन के साथ भारत के कई राज्यों में बैंक की शाखाएँ भी ‘ऑफ’ हो जाती हैं, और 2025 इस साल इस पर सबसे अधिक चर्चा का कारण बन रहा है। Sharad Navratri का पहला दिन, 22 सितंबर को, जब श्रमिक और ग्राहक दोनों ही छुट्टियों की उम्मीद कर रहे थे, उसी दिन Reserve Bank of India ने राष्ट्रीय स्तर पर बैंक अवकाश कैलेंडर को आधिकारिक रूप से जारी किया। इस घोषणा ने स्थानीय सरकारों को अपने‑अपने अतिरिक्त अवकाश तय करने की स्वतंत्रता दी, जिसके परिणामस्वरूप केरल, पंजाब, कर्नाटक आदि में अलग‑अलग तिथियों पर बैंकों की बंदी देखी जा रही है।
भारत में बैंक अवकाश दो‑सतह पर निर्धारित होते हैं – एक राष्ट्रीय स्तर पर Reserve Bank of India द्वारा, और दूसरा राज्य‑विशिष्ट धार्मिक‑सांस्कृतिक कैलेंडर के आधार पर। इस दोहरा ढाँचा कर्मचारियों को आराम‑आराम मिलता है और साथ‑साथ जनता के प्रमुख त्यौहारों को सम्मानित किया जाता है।
ऐतिहासिक रूप से, बैंक रविवार को बंद रहते हैं, और प्रत्येक महीने की दूसरी और चौथी शनिवार को भी कार्यशैली के हिसाब से छुट्टी मिलती है। नवरात्रि के दौरान इन सामान्य नियमों के साथ कुछ अतिरिक्त अवकाश जोड़े जाते हैं, जो अक्सर राज्य सरकारों की घोषणा पर निर्भर करता है।
राष्ट्रीय स्तर पर स्थायी अवकाशों में शामिल हैं:
नवरात्रि के विशेष दौरान, 22 से 28 सितंबर (सोमवार‑रविवार) को अधिकांश शाखाएँ बंद रहेंगी। इसके अतिरिक्त, 30 सितंबर को केरल में एक अतिरिक्त सार्वजनिक अवकाश तय किया गया है, जिससे उस दिन पूरे राज्य में बैंक भी बंद रहेंगे। नीचे 29 सितंबर से 5 अक्टूबर तक के प्रमुख राज्य‑विशिष्ट अवकाशों की सूची दी गई है:
ध्यान दें, 27 सितंबर (शनिवार) पहले से ही चतुर्थ शनिवार के कारण राष्ट्रीय अवकाश है, और 11 अक्टूबर (दूसरा शनिवार) भी इसी प्रकार निर्धारित है।
केरल ने Kerala Government द्वारा 30 सितंबर को सार्वजनिक अवकाश घोषित कर इस नवरात्रि को विशेष महत्व दिया। इस निर्णय से न केवल सरकारी कार्यालय, बल्कि सभी निजी व सार्वजनिक बैंकों की शाखाएँ भी बंद रहेंगी। स्थानीय बैंक, जैसे State Bank of India के बँक शाखा, इस दिन कोई काउंटर सेवा नहीं देंगे।
केरल के बाहर, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, कर्नाटक और चंदीगढ़ जैसे राज्यों ने भी अपने‑अपने अतिरिक्त दिन जोड़े हैं। इन विविधताओं से ग्राहक अक्सर यह भ्रमित होते हैं कि उनका निकटतम शाखा कब खुली रहेगी। यही कारण है कि कई लोग डिजिटल चैनलों की ओर रुख करते हैं।
भारी भीड़ वाले त्यौहारों के दौरान, बैंक की शारीरिक सेवाएं नहीं चलती – चेक क्लियरेन्स, नकद जमा‑निकासी, खाता खोलने जैसी प्रक्रियाएँ रुक जाती हैं। लेकिन आज‑कल नेटलाइफ, मोबाइल एप्लिकेशन, और यूपीआई जैसी सेवाएँ 24 × 7 उपलब्ध रहती हैं। ग्राहक, चाहे वह मेट्रो में राहगीर हो या ग्रामीण किसान, अभी भी ऑनलाइन फंड ट्रांसफर, कार्ड ब्लॉक, और नई खाता खोलने की सुविधा का उपयोग कर सकते हैं।
विशेष रूप से छोटे‑बड़े व्यापारियों के लिए यह एक राहत की बात है, क्योंकि नवरात्रि के दौरान कई लोग अपने व्यवसायिक लेन‑देनों को जारी रखने के लिए डिजिटल उपकरणों पर निर्भर होते हैं। कई बैंकों ने इस दौरान नेटवर्क लोड को संभालने के लिए अतिरिक्त सर्वर इंटेंसिव उपाय भी अपनाए हैं।
रिपोर्ट्स दिखाते हैं कि 2025 में डिजिटल लेन‑देनों में 18 % की वार्षिक वृद्धि होगी, जो बताता है कि भौतिक शाखा बंदी का असर धीरे‑धीरे कम हो रहा है। फिर भी, ग्रामीण क्षेत्रों में इंटरनेट कनेक्टिविटी अभी भी चुनौती है, जहाँ स्थानीय लोग मोबाइल के बजाय शाखा पर निर्भर होते हैं। सरकारी और निजी दोनों ही स्तरों पर इस अंतर को पाटने के लिए नई एंटी‑दुर्बलता योजनाएँ लागू करने की बात चल रही है।
नवरात्रि जैसी बड़े पैमाने की छुट्टियों में बैंक को दो‑तीन तरह की समस्याएँ होती हैं: कर्मचारियों की सुस्ती, ग्राहकों की असंतुष्टि, और डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म पर लोड बढ़ना। इस साल RBI ने अप्रैल में एक निर्देश जारी किया था, जिसमें बैंकों को अवकाश के दौरान डिजिटल सुरक्षा उपायों को सुदृढ़ करने का आदेश दिया गया। इस पहल से संभावित धोखाधड़ी मामलों में 12 % की गिरावट आई है।
बैंक अपने कर्मचारियों को राष्ट्रीय एवं धार्मिक अवकाश प्रदान करते हैं, ताकि वे अपने परिवार और समुदाय के साथ त्यौहार मनाने का अवसर पा सकें। यह प्रथा लंबे समय से चल रही है और सरकार एवं RBI दोनों ही इसे मान्यता देते हैं।
केरल की सभी सरकारी दफ़्तर, सार्वजनिक तथा निजी बैंकों की शाखाएँ इस दिन बंद रहेंगी। ग्राहक चेक क्लियरेन्स या नकद निकासी नहीं कर पाएँगे, लेकिन नेटबैंकिंग, मोबाइल ऐप और यूपीआई सेवाएँ पूरी तरह से काम करेगी।
भले ही नेटवर्क खुला रहे, उपयोगकर्ता को दो‑फ़ैक्टर ऑथेंटिकेशन, नियमित पासवर्ड बदलाव और अनजान लिंक से बचना चाहिए। RBI की नई दिशानिर्देशों में इन सुरक्षा उपायों को अनिवार्य किया गया है।
हां, राज्य‑स्तर पर स्थानीय त्यौहार, संस्कृति और सामाजिक आराधना के कारण अलग‑अलगे अवकाश निर्धारित किए जाते हैं। केरल, पंजाब, कर्नाटक आदि ने अलग‑अलगे दिन चुने हैं, जिससे निवेशकों को अपने‑अपने क्षेत्र की छुट्टियों का ध्यान रखना पड़ता है।
बैंकों की योजना में एआई‑आधारित चैटबॉट, 24‑घंटे ऑनलाइन कस्टमर सपोर्ट और रीयल‑टाइम फंड ट्रांसफर शामिल हैं, जो त्यौहार‑सीजन में ग्राहकों की त्वरित जरूरतों को पूरा करेंगे।
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