पुणे शहर में रविवार को एक दुखद सड़क हादसा हुआ, जिसमें एक प्रसिद्ध बिल्डर के नाबालिग बेटे द्वारा चलाई जा रही पोर्शे टायकन इलेक्ट्रिक कार शामिल थी। इस दुर्घटना में दो सॉफ्टवेयर इंजीनियर, अनीस अवधिया और अश्विनी कोस्टा की मौत हो गई। नाबालिग द्वारा गाड़ी को लापरवाही से और शराब के नशे में चलाया जा रहा था।
पोर्शे टायकन एक लग्जरी इलेक्ट्रिक कार है जिसकी कीमत करोड़ों रुपये में है और यह 678 किमी की लंबी रेंज प्रदान करती है। यह तीन मॉडल - स्पोर्ट सलून, स्पोर्ट टूरिज्मो और क्रॉस टूरिज्मो में उपलब्ध है। इस कार में 79.2 kWh की बैटरी पैक है, जो एक बार चार्ज करने पर लंबी दूरी तय करने में सक्षम बनाती है। यह मात्र 4.8 सेकंड में 0 से 100 किमी/घंटा की रफ़्तार पकड़ सकती है और इसकी अधिकतम गति 230 किमी/घंटा है।
दुर्घटना में शामिल कार कथित तौर पर 200 किमी/घंटा की रफ़्तार से चल रही थी। पोर्शे टायकन अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस है, जिनमें सीट हीटिंग, ISOFIX, एंटी-थेफ्ट व्हील बोल्ट, टायर प्रेशर मॉनिटरिंग सिस्टम (TPMS), मैट्रिक्स LED हेडलाइट्स, हेडरेस्ट, मल्टीफंक्शन स्पोर्ट्स स्टीयरिंग व्हील, थ्री-पॉइंट ऑटोमैटिक सीटबेल्ट, फैब्रिक रूफ लाइनिंग, ट्रैफिक साइन रिकग्निशन, पार्क असिस्ट, रिवर्सिंग कैमरा, लेन कीपिंग असिस्ट, लेन डिपार्चर वार्निंग और एक्टिव स्पीड लिमिट असिस्ट शामिल हैं।
भारत में पोर्शे टायकन की एक्स-शोरूम कीमत लगभग ₹1.61 करोड़ से ₹2.44 करोड़ तक है। इतनी महंगी और तकनीकी रूप से उन्नत कार के साथ इस तरह की लापरवाही भरी घटना निश्चित रूप से चिंताजनक है। इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना से हर किसी को सड़क सुरक्षा और जिम्मेदार ड्राइविंग के महत्व को समझना चाहिए।
पोर्शे टायकन की खासियतें
- तीन वेरिएंट - स्पोर्ट सलून, स्पोर्ट टूरिज्मो और क्रॉस टूरिज्मो
- 79.2 kWh की बैटरी पैक
- एक चार्ज में 678 किमी की रेंज
- 4.8 सेकंड में 0 से 100 किमी/घंटा
- 230 किमी/घंटा की टॉप स्पीड
एडवांस फीचर्स
- सीट हीटिंग
- ISOFIX
- एंटी-थेफ्ट व्हील बोल्ट
- टायर प्रेशर मॉनिटरिंग सिस्टम (TPMS)
- मैट्रिक्स LED हेडलाइट्स
- हेडरेस्ट
- मल्टीफंक्शन स्पोर्ट्स स्टीयरिंग व्हील
- थ्री-पॉइंट ऑटोमैटिक सीटबेल्ट
- फैब्रिक रूफ लाइनिंग
- ट्रैफिक साइन रिकग्निशन
- पार्क असिस्ट
- रिवर्सिंग कैमरा
- लेन कीपिंग असिस्ट
- लेन डिपार्चर वार्निंग
- एक्टिव स्पीड लिमिट असिस्ट
पोर्शे टायकन की कीमत
पोर्शे टायकन की कीमत भारतीय बाज़ार में काफी ज्यादा है। इस लग्जरी इलेक्ट्रिक कार के विभिन्न वेरिएंट की एक्स-शोरूम कीमतें इस प्रकार हैं:
वेरिएंट | एक्स-शोरूम कीमत (लगभग) |
---|---|
पोर्शे टायकन | ₹1.61 करोड़ |
पोर्शे टायकन 4S | ₹1.80 करोड़ |
पोर्शे टायकन टर्बो | ₹2.25 करोड़ |
पोर्शे टायकन टर्बो S | ₹2.44 करोड़ |
यह एक हाई-एंड इलेक्ट्रिक कार है जो प्रीमियम सेगमेंट के ग्राहकों को लक्षित करती है। पोर्शे टायकन के मुकाबले टेस्ला मॉडल एस जैसी इलेक्ट्रिक कारें कीमत के मामले में थोड़ी किफायती हैं, लेकिन फीचर्स और परफॉर्मेंस के लिहाज से पोर्शे टायकन अलग पहचान रखती है।
सड़क सुरक्षा का महत्व
पुणे की यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना एक बार फिर सड़क सुरक्षा और जिम्मेदार ड्राइविंग के महत्व को रेखांकित करती है। कोई भी वाहन, चाहे वह कितना भी महंगा या तकनीकी रूप से उन्नत क्यों न हो, अगर लापरवाही या असावधानी से चलाया जाए तो जानलेवा साबित हो सकता है।
विशेष रूप से युवाओं को यातायात नियमों का पालन करने, नशे में गाड़ी न चलाने और सड़क पर अनुशासित रहने के लिए जागरूक किया जाना चाहिए। साथ ही, अभिभावकों और समाज को भी बच्चों में जिम्मेदार ड्राइविंग के गुण विकसित करने की दिशा में प्रयास करना चाहिए।
हर किसी के जीवन का महत्व है और सड़क हादसों से होने वाली अकाल मौतों को रोकने के लिए हम सभी को मिलकर प्रयास करने होंगे। यातायात नियमों का पालन, सुरक्षा उपकरणों का इस्तेमाल और जागरूकता ही इसका समाधान हैं। आइए, हम सभी मिलकर सड़कों को सुरक्षित बनाने का संकल्प लें।
rao saddam
मई 21, 2024 AT 22:37भाइयों और बहनों!!! पोर्शे टायकन की कीमत सुनते ही दिल धक्का हो गया!!! ऐसे लक्जरी बेकार वाले बॉल में नशे में नौजवान को कैसे चलाने दिया जाए, सच में सोचने वाली बात है!!! हर एक को सड़कों की सुरक्षा का हिसाब रखना चाहिए, चाहे कार लाखों की ही क्यों न हो!!!
Prince Fajardo
मई 27, 2024 AT 17:31ओह, मस्त! हाई‑स्पीड कार में शराब की चुस्की, बस फ़िल्मी ट्रैक्टर की तरह चल रहा है.
Subhashree Das
जून 2, 2024 AT 12:24पहले तो यह स्पष्ट है कि महंगे वाहन भी इंसानों की लापरवाहियों से बच नहीं सकते।
पोर्शे टायकन जैसी हाई‑टेक कार में अत्याधुनिक सुरक्षा फीचर होते हैं, फिर भी ड्राइवर की जिम्मेदारी सबसे बड़ी होती है।
नाबालिग की असमझदारी और शराब का मिश्रण, यह दो बुरे तत्वों का फ्यूजन है।
ऐसे में कार की रेंज या गति का कोई मतलब नहीं रहता, क्योंकि नियंत्रण ही नहीं रहता।
सड़क सुरक्षा के नियमों का उल्लंघन, विशेषकर नशे में गाड़ी चलाना, समाज की नींव को हिला देता है।
बिल्डर के बेटे की पृष्ठभूमि चाहे जितनी भी धनी हो, वह बस एक इंसान ही है, उसकी भी सीमा होती है।
ऐसे मामलों में कानूनी सज़ा का प्रावधान होना चाहिए, ताकि भविष्य में लोग सतर्क रहें।
परिवारों को भी अपने बच्चों को जिम्मेदार ड्राइविंग की शिक्षा दोगुनी देनी चाहिए।
सरकार को युवा वर्ग के लिये सख्त ड्राइविंग लाइसेंस नियम लागू करने चाहिए, जाँच‑पड़ताल के साथ।
इलेक्ट्रिक कारों के प्रचार‑प्रसार में यह नज़रअंदाज़ नहीं किया जाना चाहिए कि तकनीक केवल टूल है, उपयोगकर्ता ही मूल है।
जैसे टेस्ला और पोर्शे की कीमतें उच्च वर्ग के लिये आकर्षण बनती हैं, लेकिन समान स्तर की सुरक्षा से कोई समझौता नहीं होना चाहिए।
ट्रैफ़िक के नियम, जैसे गति सीमा, सीट बेल्ट, और शराब मुक्त ड्राइविंग, हमेशा प्राथमिकता रखनी चाहिए।
यह घटना हमें याद दिलाती है कि जीवन की कीमत कार की कीमत से कहीं अधिक है।
सड़क पर हर व्यक्ति की सुरक्षा, सामाजिक जिम्मेदारी और नैतिकता का प्रतिबिंब है।
आइए, इस दर्दनाक हादसे से सबक लेकर, सड़कों को सुरक्षित बनाने की ठोस प्रतिबद्धता लें।
jitendra vishwakarma
जून 8, 2024 AT 07:17ऐसै महंगे कार में घटिया ड्राइवर को बैठाना बकवास है।
Ira Indeikina
जून 14, 2024 AT 02:11जब आप लक्ज़री और ज़िम्मेदारी को एक साथ नहीं देख पाते, तो समाज में गहरा अंतराल पैदा हो जाता है।
ऐसे कारें सिर्फ status symbol नहीं, बल्कि एक moral responsibility भी लेकर आती हैं।
यदि हम नाबालिग को बिना सोचे‑समझे इस तरह की गाड़ी चलाने दें, तो हम खुद को ही धोखा दे रहे हैं।
इसलिए, हर पैरेंट को चाहिए कि वह अपने बच्चों को जिम्मेदार फ़ैसले लेने की शिक्षा दे, चाहे वह कार हो या जीवन के अन्य पहलू।
सिर्फ़ यही नहीं, सरकार को भी कड़ी निगरानी रखनी चाहिए, ताकि ऐसी त्रासदियों को रोका जा सके।
आइए, मिलकर इस दिशा में कदम बढ़ाएँ और ऐसी कारों को सम्मानजनक उपयोग के लिए सीमित रखें।
Shashikiran R
जून 19, 2024 AT 21:04भाई, ये सब बातें सुनकर मज़ा आता है, पर असल में तो नियम तोड़ना ही बापी ग़लत है!!!
अगर लापरवाही से गाड़ी चलाने वाले को सजा नहीं मिले, तो आने वाली पीढ़ी को क्या समझ आएगा???
अभी से कड़ाके की पाबंदी चाहिए, नहीं तो यही कहानी दोहराएगी!!!
इसीलिए, टायर प्रेशर मॉनिटरिंग या LED हेडलाइट्स नहीं, ड्राइवर की मैनैजमेंट ही असली प्रोटेक्टिव है!!!
सभी को एक बात याद रहे: तकनीक चाहे कितनी भी उन्नत हो, इंसान की खामियां इससे नहीं मिटेंगी!!!
SURAJ ASHISH
जून 25, 2024 AT 15:57लग्ज़री इलेक्ट्रिक कारों का शोभा केवल उन लोगों को दिखाता है जिन्हें उन्हें अफोर्ड कर सकते हैं और जो नियमों का उल्लंघन नहीं करते।
PARVINDER DHILLON
जुलाई 1, 2024 AT 10:51समझता हूँ आपका पॉइंट, पर चलिए हम सभी के लिए एक सुरक्षित रोड बनाते हैं 😊
हर किसी की ज़िम्मेदारी है कि वह अपने वाहन को उचित तरीके से चलाए और दूसरों का भी सम्मान करे 🚗❤️
छोटे छोटे बदलावों से बड़े परिवर्तन संभव हैं, इसलिए आगे बढ़ते रहें।