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दिल्ली की तीसरी महिला मुख्यमंत्री बनीं आतिशी, भारत में 17वीं

दिल्ली को मिली नई महिला मुख्यमंत्री

दिल्ली की राजनीतिक स्थिति में बड़ा बदलाव हुआ जब आम आदमी पार्टी (AAP) की नेता आतिशी ने शनिवार, 21 सितंबर 2024 को दिल्ली की तीसरी महिला मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। 43 साल की आतिशी ने अरविंद केजरीवाल का स्थान लिया, जो तिहाड़ जेल से रिहाई के बाद मुख्यमंत्री पद से हट गए थे। उनकी यह नियुक्ति दिल्ली के राजनीतिक इतिहास में महत्वपूर्ण मानी जा रही है।

मुख्यमंत्री पद पर आतिशी की अस्थायी नियुक्ति

आतिशी की नियुक्ति मुख्यमंत्री पद पर अस्थाई है, जब तक विधानसभा चुनाव फरवरी 2025 में होने हैं। AAP के पास 70 सदस्यीय विधानसभा में 59 सदस्यों का बहुमत होने के कारण, 26 और 27 सितंबर को होने वाली असेंबली सत्र में आतिशी अपनी सरकार का बहुमत साबित करेंगे। यह एक औपचारिकता मात्र है। आतिशी चौधरी ब्रह्म प्रकाश (1952-55) के बाद दिल्ली की दूसरी सबसे कम उम्र की मुख्यमंत्री बनी हैं।

अरविंद केजरीवाल को वापस लाने का संकल्प

आतिशी ने स्पष्ट किया है कि वह सिर्फ तब तक दिल्ली के मुख्यमंत्री पद पर रहेंगी जब तक चुनाव नहीं हो जाते। लोगों ने अरविंद केजरीवाल को फिर से मुख्यमंत्री बनाने का संकल्प लिया है। पार्टी ने भी अपने पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं से स्पष्ट रूप से कहा है कि आतिशी की यह नियुक्ति एक अंतरिम व्यवस्था है और अगर AAP अगले चुनाव जीतती है तो केजरीवाल फिर से मुख्यमंत्री बनाए जाएंगे।

राजनीतिक विकल्प और चुनौतियाँ

आतिशी का राजनीतिक सफर आसान नहीं रहेगा। उन्हें कई महत्वपूर्ण मसलों पर ध्यान देना होगा, जिसमें दिल्ली की वायु और जल दूषण समस्या, स्वास्थ और शिक्षा के क्षेत्र में सुधार, और शहर की आधारभूत संरचना को सुधारना शामिल है। इन सबके बीच आगामी विधानसभा चुनाव में जीतना भी उनके लिए एक बड़ी चुनौती होगी।

आतिशी का सेवाकाल

अपने सेवाकाल में, आतिशी ने कई महत्वपूर्ण पदों पर काम किया है। आम आदमी पार्टी के गठन के बाद उन्होंने पार्टी के एजुकेशन विंग को मजबूत किया और इसके तहत कई रास्तापरक नीतियों को लागू किया। इसके अलावा, दिल्ली के शिक्षा मंत्री के रूप में उन्होंने सरकारी स्कूलों की स्थिति में पुरानी स्थिति से बहुत सुधार किया। उनके कार्यकाल में स्कूलों की सुविधाएं और परिणाम में विशेष प्रगति हुई है।

दिल्ली की राजनीतिक स्थिति

दिल्ली की राजनीतिक स्थिति पिछले कुछ महीनों से अस्थिर रही है। अरविंद केजरीवाल का जेल जाना, विपक्षी दलों द्वारा कई आरोप लगाना और राजनीतिक अस्थिरता ने यहां की राजनीति में हरकत पैदा कर दी थी। आतिशी की शपथ ने विभिन्न दलों के बीच भी एक नई चर्चा छेड़ दी है और आगामी चुनाव के लिए राजनीतिक तापमान को बढ़ा दिया है।

AAP की भविष्य की रणनीति

आम आदमी पार्टी ने साफ कर दिया है कि आतिशी की नियुक्ति पूरी तरह से एक अस्थाई व्यवस्था है और उनका मुख्य उद्देश्य चुनावों तक सरकार को स्थिर बनाये रखना है। पार्टी का ध्यान आगामी चुनाव और जनता के विश्वास को बनाए रखने पर है। इसके अंतर्गत AAP ने अपनी रणनीति में स्पष्ट रूप से आगामी चुनावी मामलों पर जोर दिया है और जनता को अरविंद केजरीवाल की वापसी का भरोसा दिलाया है।

सारांश

दिल्ली की राजनीति में आतिशी की नियुक्ति एक महत्वपूर्ण घटना है। तीसरी महिला मुख्यमंत्री के रूप में वह दिल्ली के नेतृत्व को एक नई दिशा देने के लिए तैयार हैं। वह अस्थायी रूप से मुख्यमंत्री बनी हैं लेकिन उनके अनुभव और कार्यक्षमता को देखते हुए, आने वाला समय दिल्ली की राजनीति को नई दिशा में ले जा सकता है।

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