क्या काम बीच में बार-बार रुक जाता है? अगर आप बार-बार मोबाइल देख लेते हैं, किसी बात पर ध्यान नहीं टिकता या काम पूरा नहीं हो पाता तो यह सामान्य चिंता है। ध्यान में कमी के पीछे छोटे-छोटे रोज़मर्रा के कारण होते हैं, जिन्हें बदलकर आप जल्दी सुधार देख सकते हैं।
पहला कारण है नींद की कमी — पुरानी नींद कम हो तो दिमाग धीमा काम करता है। दूसरा कारण तनाव और चिंता है, जो फोकस को छीन लेती है। तीसरा मोबाइल और नोटिफिकेशन: हर बार पॉप-अप आते ही ध्यान टूट जाता है। पोषण में कमी (खान-पान), कम पानी पीना और शारीरिक सक्रियता की कमी भी फोकस घटाते हैं। कुछ मामलों में ADHD, डिप्रेशन या दवाओं के साइड इफेक्ट्स भी जिम्मेदार होते हैं।
लक्षण स्पष्ट होते हैं: जरूरी काम टालना, बार-बार भूल जाना, निर्देश समझने में दिक्कत, बैठक या पढ़ाई में ध्यान न टिकना, और छोटे-छोटे कामों में समय लगना। बच्चों में यह ज्यादा दिखता है लेकिन बड़े भी प्रभावित होते हैं।
यहां सीधे और प्रयोग करने योग्य उपाय दिए जा रहे हैं जिनसे ध्यान जल्दी सुधर सकता है:
1) टाइम ब्लॉक्स बनाएं: 25 मिनट काम, 5 मिनट ब्रेक (Pomodoro)। यह दिमाग को लंबी अवधि तक फोकस देना सिखाता है।
2) एक बार में एक ही काम करें: मल्टीटास्किंग दिमाग को थका देती है। सबसे जरूरी टास्क पहले करें।
3) मोबाइल को साइलेंट और रूम से दूर रखें या फॉकस मोड का इस्तेमाल करें।
4) छोटी-छोटी चेकलिस्ट बनाएं और हर पूरा हुए काम पर चेक करें—यह मोटिवेशन बढ़ाता है।
5) नींद पर ध्यान दें: रोज़ाना 7-8 घंटे की गुणवत्ता वाली नींद लें।
6) पानी व पौष्टिक आहार लें—प्रोटीन, ओमेगा-3 और हरी सब्ज़ियाँ दिमाग के लिए अच्छी हैं।
7) रोज़ 20-30 मिनट हल्की एक्सरसाइज करें; यह फोकस और मूड दोनों सुधारता है।
8) सांस की साधना या 5 मिनट माइंडफुलनेस करें। ध्यान की छोटी प्रैक्टिस रोज़ कम ध्यान भी काफी बदल सकती है।
9) काम के लिए साफ़ और व्यवस्थित जगह रखें—क्लटर दिमाग को विचलित करता है।
10) जरुरत पड़े तो डिजिटल टूल्स—टाइमर, टू-डू ऐप या ब्लॉकिंग ऐप्स—का इस्तेमाल करें।
अगर ये उपाय करने के बावजूद ध्यान बहुत खराब रहता है, पढ़ाई या काम प्रभावित हो रहा है, या दैनिक जीवन में मुश्किलें बढ़ रही हैं तो विशेषज्ञ से मिलना चाहिए। बच्चों के लिए पेडियाट्रिशियन या चाइल्ड साइकोलॉजिस्ट और वयस्कों के लिए साइकाइट्रिस्ट/साइकोलॉजिस्ट मददगार होते हैं। जांच में कभी-कभी ADHD, थायरॉयड, विटामिन कमी या डिप्रेशन जैसे कारण मिलते हैं।
छोटा सुझाव: आज एक बात चुनें और सिर्फ़ उसे 25 मिनट ध्यान से करें—बस शुरुआत कीजिए। यह छोटी जीत धीरे-धीरे आपकी आदतें बदल देगी और ध्यान में फर्क दिखेगा।
आवेशम फिल्म के प्रमुख अभिनेता फहाद फासिल ने हाल ही में खुलासा किया है कि उन्हें 41 साल की उम्र में ध्यान-अभाव/अतिक्रियाशीलता विकार (ADHD) का पता चला है। थेरेपिस्ट मेरिडिथ कार्डर बताती हैं कि ADHD वाले व्यक्तियों के लिए बर्नआउट रोकथाम के लिए भावनात्मक असंतुलन और परिपूर्णता जैसी समस्याओं को समझना जरूरी है। उन्हें अपनी चुनौतियों को मैनेज करने के लिए योग, माइंडफुलनेस और जॉयफुल एक्टिविटीज़ का सहारा लेना चाहिए।
मई 27 2024