कुश्ती: शुरुआती से लेकर मुकाबले तक सरल और काम की जानकारी

कुश्ती सिर्फ ताकत नहीं, टेक्निक और दिमाग का खेल है। अगर आप अभी शुरू कर रहे हैं या सुधारना चाहते हैं तो यहां सीधे और परखने वाले टिप्स मिलेंगे जिनको आप अगली ट्रेनिंग में आज़मा सकते हैं।

ट्रेनिंग और रोज़ाना अभ्यास

हफ्ते में कम से कम 4 दिन मेहनत करें। हर सेशन में 15-20 मिनट वॉर्म‑अप और स्ट्रेच करें ताकि चोट का जोखिम कम हो। उसके बाद ड्रिल्स जैसे पिक‑अप, लॉग ड्रिल, स्नैगलर और टेढ़ी‑बांह पकड़‑टेकनिक पर काम करें। रोज़ाना 30-40 मिनट टैक्टिकल ड्रिल और 20-30 मिनट स्पारिंग रखें।

स्ट्रेंथ के लिए स्क्वाट, डेडलिफ्ट और पुल‑अप शामिल करें। पर ध्यान दें: भारी वजन धीरे बढ़ाएं और फॉर्म सही रखें। गेम‑डायरेक्टेड ट्रेनिंग (स्टेज‑स्पेसीफिक ड्रिल) हर हफ्ते कम से कम दो बार करें ताकि फाइटिंग रिफ्लेक्स तेज हों।

डाइट, रिकवरी और चोट प्रबंधन

डाइट में प्रोटीन (अंडे, दाल, चिकन, पनीर), कार्ब्स (चावल, रोटी, ओट्स) और हेल्दी फैट (अखरोट, बादाम, सरसों का तेल) रखें। वज़न कट करने के लिए रात में भारी भोजन से बचें और पानी की निकासी को अचानक ना घटाएँ।

रिकवरी के लिए नींद सबसे जरूरी है — रात में 7-8 घंटे लें। ट्रेनिंग के बाद स्ट्रेच, फोम रोलिंग और हल्की सैर शरीर को जल्दी ठीक करती है। चोट लगे तो पहले RICE (Rest, Ice, Compression, Elevation) अपनाएं और फिर कोच या फिजियो से मिलें।

कुश्ती में वजन, ताकत और टेक्निक के साथ-साथ मानसिक तैयारी भी मायने रखती है। मुकाबले से पहले विज़ुअलाइज़ेशन करें — हर मूव की कल्पना करें और मैच के दबाव को नियंत्रित करने के लिए गहरी साँसें लें।

शुरुआती गलतियाँ जिनसे बचें: बिना वॉर्म‑अप के रुक-रुक कर स्पारिंग करना, ज़्यादा कार्डियो पर ही निर्भर रहना, और गलत फॉर्म से वेट ट्रेनिंग। ये चीजें प्रगति रोकती हैं और चोटें बढ़ाती हैं।

अखाड़ा या कोच चुनते समय अनुभव, रेफरेन्स और ट्रेनिंग स्टाइल देखें। छोटे अखाड़े में व्यक्तिगत ध्यान मिलता है पर बड़े النادي में स्पैरिंग पार्टनर मिलते हैं। मुकाबलों के हिसाब से फ्रीस्टाइल और ग्रेको‑रोमन के नियम समझ लें और अपनी ताकत के अनुसार श्रेणी चुनें।

अगर आप खबरों और प्रतियोगिताओं पर अपडेट रहना चाहते हैं तो भारत समाचार पिन पर कुश्ती से जुड़ी ताज़ा रिपोर्ट्स, खिलाड़ियों के इंटरव्यू और टूर्नामेंट कवरेज देखते रहें। एक छोटी सलाह — नियमित रहें, धैर्य रखें और तकनीक पर ज़ोर दें; नतीजे खुद दिखने लगेंगे।

किर्गिस्तान की रेसलर ऐपेरी मेडेट किजी ने कैसे हराया भारत की रीतिका हुड्डा को पेरिस ओलंपिक्स के क्वार्टरफाइनल में
पेरिस ओलंपिक्स रीतिका हुड्डा ऐपेरी मेडेट किजी कुश्ती

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पेरिस ओलंपिक कुश्ती: चोटिल निशा दहिया क्वार्टरफाइनल में हार के बाद राह से बाहर
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