सोचा है कि देश आपस में बिना या कम कस्टम ड्यूटी के सामान क्यों रखते हैं? यही मुक्त व्यापार समझौता है। यह दो या ज्यादा देशों के बीच व्यापार पर टैक्स घटाने या हटाने का समझौता होता है ताकि माल और सेवाएँ आसानी से और सस्ती हों।
सरल शब्दों में: अगर भारत और किसी देश के बीच FTA है तो कुछ प्रोडक्ट्स पर आयात-निर्यात टैक्स कम होगा, जिससे कीमतें घटेंगी और कारोबार को नई बाजार मिलेंगी। पर ध्यान रहे, हर तरह का फायदा नहीं होता—कुछ सेक्टर पर असर उल्टा भी पड़ सकता है।
पहला, कंज्यूमर को सस्ता सामान मिलता है क्योंकि इम्पोर्ट ड्यूटी घटती है। दूसरा, एक्सपोर्टर्स को नए मार्केट मिलते हैं और उनकी बिक्री बढ़ सकती है। तीसरा, प्रतिस्पर्धा बढ़ने से इंडस्ट्रीज़ को तकनीक और गुणवत्ता सुधारने का दबाव मिलता है। चौथा, विदेशी निवेश आकर्षित होता है क्योंकि कंपनियों को लॉन्ग-टर्म प्लान करने में आसानी रहती है।
एक छोटा उदहारण: अगर टेक्सटाइल पर ड्यूटी कम हुई तो कपड़ों की कीमत गिर सकती है और भारतीय ब्रांड विदेशों में सस्ती पहुँच बना सकते हैं।
हर FTA सबको अच्छा नहीं करता। लोकल इंडस्ट्री, खासकर छोटे निर्माता और किसान, सस्ते इम्पोर्ट से दब सकते हैं। इससे रोज़गार घट सकता है। इसके अलावा, कई बार नियम और मानक अलग होने के कारण घरेलू कंपनियाँ दिक्कत में पड़ जाती हैं।
नीति-निर्माताओं के लिए संतुलन बनाना मुश्किल होता है: बाजार खोलो या लोकल सुरक्षा? इसलिए अक्सर नए नियम, फेज्ड-इन एक्सपोज़र और सब्सिडी जैसी व्यवस्थाओं से नुकसान कम करने की कोशिश होती है।
भारत के लिए स्थिति विशेष है। देश ने कई FTAs पर बातचीत की है—जैसे दक्षिण एशियाई देशों, दक्षिण-पूर्व एशिया और यूरोपीय संघ के साथ। इन समझौतों से कुछ सेक्टर्स को लाभ मिला है, पर कृषि और MSME सेक्टर को अभी भी विशेष सुरक्षा की ज़रूरत दिखती है।
अगर आप छोटे व्यवसाय या किसान हैं तो जानें: FTA से पहले सरकार द्वारा दी जाने वाली सूचनाएँ और ट्रेनिंग पर ध्यान दें। अपने उत्पाद की गुणवत्ता बढ़ाएँ, राइट मार्केट चुनें और एक्सपोर्ट-रिक्वायरमेंट समझें।
व्यापारिक फैसले के लिए तीन आसान सुझाव: 1) कौन सी इम्पोर्टेड पेज साफ़ तौर पर आपकी फर्म को प्रभावित कर सकती है, यह लिस्ट बनाएं; 2) टैक्स और नियमों में होने वाले चरणबद्ध बदलावों को टाइमलाइन में देखें; 3) सरकार या इंडस्ट्री बॉडी के प्रशिक्षण और एक्सपोर्ट-पोर्टल का फायदा उठाएँ।
मुक्त व्यापार समझौते अच्छे अवसर भी देते हैं और चुनौतियाँ भी। समझदारी से तैयारी और नीति-समझकर कदम रखते हुए लाभ उठाया जा सकता है। अगर आप चाहें, मैं आपके क्षेत्र के हिसाब से FTA के संभावित असर और तैयारी के कदम और स्पष्ट कर दूँ।
भारत और यूके ने ऐतिहासिक फ्री ट्रेड एग्रीमेंट और डबल कंजिब्यूशन कन्वेंशन फाइनल किया, जिससे व्यापार, निवेश और रोजगार के नए द्वार खुलेंगे। समझौते में शराब पर टैरिफ कटौती, वीजा पहुंच और कार्बन टैक्स विवादों का हल शामिल है। दोनों देशों के नेताओं ने इसे आपसी साझेदारी के लिए बड़ा कदम बताया।
मई 7 2025अमेरिकी राष्ट्रपति-निर्वाचित डोनाल्ड ट्रंप ने फ्लोरिडा के मार-ए-लागो क्लब में अर्जेंटीना के राष्ट्रपति जावियर मियल से मुलाकात की। यह मुलाकात उनके हालिया चुनावी विजय के बाद पहली बार किसी विदेशी नेता के साथ थी। इस अवसर पर दोनों नेताओं ने एक-दूसरे की खुब सराहना की और मुक्त व्यापार समझौते की चर्चा की।
नवंबर 16 2024