शेयर बोनस: आपको क्या मिलता है और कब ध्यान दें

बोनस शेयर अक्सर 'फ्री शेयर' लगते हैं, पर असल में ये कंपनी की पूँजी का रूपांतरण होते हैं। अगर किसी कंपनी ने 2:1 बोनस दिया तो हर एक शेयर के बदले आपको दो अतिरिक्त शेयर मिलेंगे—मतलब आपका हिस्सा बढ़ेगा पर कंपनी का कुल मूल्य नहीं बदलता। बाजार में भाव और होल्डिंग्स दोनों बदलती हैं, इसलिए समझकर कदम उठाइए।

बोनस शेयर कैसे काम करते हैं?

कंपनी बोर्ड पहले बोनस की घोषणा करती है और बाद में नियमों के अनुसार रिकॉर्ड डेट तय करती है। जो शेयर रिकॉर्ड डेट तक आपके नाम रजिस्टर्ड होंगे, वे ही बोनस के हकदार होंगे। एक्स-बोनस डेट पर शेयर का भाव तकनीकी रूप से समायोजित होता है इसलिए कीमत घटती दिख सकती है। उदाहरण के लिए BSE में 2:1 बोनस के बावजूद शेयरों में 7% की उछाल देखी गई—मतलब बाजार का व्यवहार हमेशा सैद्धान्तिक गणना के मुताबिक नहीं होता।

बोनस के कारण शेयर विभाजन या स्प्लिट जैसा असर दिखाई देता है: यूनिट बढ़ती है पर आपका कुल निवेश मूल्य प्रायः वही रहता है। कभी-कभी निवेशकों में उत्साह से कीमत ऊपर भी जा सकती है, खासकर जब कंपनी की फाइनेंशियल रिपोर्ट अच्छी हो या बाजार को भविष्य बढ़िया लगे।

निवेशक के लिए आसान और काम के टिप्स

1) घोषणा पढ़िये: कंपनी का नोटिस, बोनस अनुपात और रिकॉर्ड डेट पहले देखें। इससे आपको पता चलता है कितने शेयर मिलेंगे और कब तक होल्ड रखना है।

2) टैक्स और कॉस्ट समझें: सामान्यतः बोनस शेयर मिलने पर तुरंत टैक्स नहीं लगता, पर भविष्य में बेचते समय कैपिटल गेन पर टैक्स लागू होगा। बोनस शेयर की लागत मूल खरीद कीमत में एंटाइटलमेंट के हिसाब से एडजस्ट होती है—कॉनक्रेट कैलकुलेशन के लिए अपने टैक्स कंसल्टेंट से बात करें।

3) मार्केट के मूड पर नजर रखें: एक्स-बोनस पर भाव तकनीकी रूप से कम हो सकता है; पर ट्रेडिंग वॉल्यूम और निवेशक भावना उछाल ला सकती है। BSE के केस जैसे उदाहरण दिखाते हैं कि बाज़ार हमेशा सैद्धान्तिक गुना नहीं चलता।

4) फाइनेन्सियल हेल्थ देखें: बोनस देने वाली कंपनियाँ नकदी पर ध्यान नहीं देतीं—अक्सर जोड़-तोड़ से इक्विटी बढ़ाती हैं। अगर कंपनी मजबूत प्रॉफिट दे रही है तो बोनस सकारात्मक संकेत है।

5) ब्रोकिंग और रिकॉर्ड रखें: बोनस मिलने के बाद अपने डीमैट अकाउंट स्टेटस और होल्डिंग्स चेक करें। कभी-कभी फॉर्मलिटी या तकनीकी वजह से अपडेट में देरी होती है।

6) छोटे हिस्सों का ध्यान: कभी-कभी बोनस असममित (fractional) हिस्से बनते हैं—उनका निपटारा कंपनी नकद में कर सकती है, इसलिए घोषणा में बताया गया तरीका ध्यान से पढ़ें।

अगर आप सक्रिय निवेशक हैं तो बोनस की घोषणा को देखकर केवल खुशी में खरीदी-बेची करने से बचें; कंपनी की रिपोर्ट और बाजार की प्रतिक्रिया दोनों देख कर निर्णय लें। किसी भी टैक्स या कानूनी जटिलता के लिए प्रोफेशनल सलाह लेना अच्छा रहता है।

विप्रो का शेयर बोनस प्रस्तावः निवेशकों के लिए सुनहरा अवसर
विप्रो शेयर बोनस आईटी कंपनी शेयर बाजार

विप्रो का शेयर बोनस प्रस्तावः निवेशकों के लिए सुनहरा अवसर

भारत की अग्रणी आईटी कंपनी विप्रो ने 17 अक्टूबर को शेयर बोनस जारी करने का प्रस्ताव रखा है, जिससे सोमवार को इसके शेयरों में 3% की वृद्धि देखी गई। BSE पर इसका शेयर मूल्य बढ़कर ₹545.35 पर पहुंच गया, और कंपनी का मार्केट कैप ₹2.83 लाख करोड़ हो गया। निवेशकों के लिए यह एक महत्वपूर्ण अवसर होने की संभावना है, खासकर जब कंपनी अपने सितम्बर तिमाही के नतीजे भी जल्द ही जारी करेगी।

अक्तूबर 14 2024