10 मीटर एयर राइफल शूटिंग एक सटीकता पर आधारित खेल है। लक्ष्य 10 मीटर की दूरी पर छोटे-छोटे निशानों पर शॉट मारना होता है। यह ओलिंपिक इवेंट भी है और ध्यान, कंट्रोल और लगातार अभ्यास मांगता है। अगर आप शुरू कर रहे हैं या अपनी स्कोर सुधारना चाहते हैं, तो ये आसान और सीधे तरीके आपकी मदद करेंगे।
बुनियादी चीजें: .177 (4.5mm) पेललेट वाली एयर राइफल, स्टैंडर्ड शूटिंग ग्लास, शूटिंग जैकेट/ग्लव (जरूरत के हिसाब से), और इलेक्ट्रॉनिक या पेपर टारगेट। शुरुआत में क्लब की राइफल और जवान कोच काफी होते हैं। राइफल का सही सेटअप—ट्रिगर पोजीशन, चीक-पिस और बट-पोजिशन—पहले से फिक्स करें ताकि बार-बार एडजस्ट न करना पड़े।
स्टांस: पैरों को कंधे-चौड़ाई से रखें, शरीर थोड़ा फ्रंट की ओर झुका हो। आरामदेह परंतु स्थिर पोज़ीशन चुनें।
सांस नियंत्रण: निशाना लगाते वक्त गहरी सांस लेकर छोड़ें और अच्छा सीखने वाला शॉट लेने से पहले सांस को नियंत्रित रखें। सामान्य तरीका है—इनहेल, एक्सहेल आधा, और तब शॉट।
ट्रिगर दबाना: धीरे और बराबर गति से दबाएं। झटके से दबाने पर निशाना डिस्टर्ब होता है। फॉलो-थ्रू करें, यानी शॉट के बाद राइफल को मूव न होने दें, आंखों का फोकस कुछ सेकंड रखें।
साइटिंग और फोकस: फ्रंट साइट और बैक साइट को बराबर रखें। आंखें शांत रखें और लक्ष्य के केंद्रीय हिस्से पर लगातार फोकस करें। अगर सेंट्रल फोकस बिगड़े तो शॉट मिस हो सकता है।
प्रैक्टिस ड्रिल्स: ड्राय-फायरिंग (बिना पेललेट), 10-15 मिनट का फोकस ड्रिल, और 30-50 शॉट के छोटे सैशन बनाएं। हर सैशन के बाद स्कोर देखें और एक-एक पहलू पर काम करें—स्टेंस, सांस, ट्रिगर।
स्कोरिंग और प्रतिस्पर्धा: क्वालिफिकेशन आमतौर पर 60 शॉट का होता है और डेसिमल स्कोरिंग (10.0 से 10.9) से सटीकता मापी जाती है। टॉप शूटर्स मैच में छोटे मार्जिन से जीतते हैं, इसलिए छोटी-छोटी आदतें बड़ा फर्क बनाती हैं।
सुरक्षा और नियम: हमेशा राइफल को सुरक्षित दिशा में रखें, ब्रीचिंग और मैन्युअल चेक करें, और क्लब या रेंज के नियमों का सख्ती से पालन करें। घरेलू अभ्यास में बच्चों और गैर-शूटिंग लोगों से दूरी रखें।
आम गलतियां और सुधार: बहुत सख्ती से पकड़ना, अनुचित सांस कॉमंड, और जल्दी-जल्दी ट्रिगर दबाना आम गलतियाँ हैं। हल्का ग्रिप, धीमी और स्थिर ट्रिगर प्रेस और शॉट के बाद फॉलो-थ्रू से सुधार होता है।
कहाँ से शुरू करें: नजदीकी शूटिंग क्लब ढूंढिए, एक प्रमाणित कोच लें और बेसिक सेफ्टी कोर्स को पूरा करें। प्रतियोगिता का अनुभव धीरे-धीरे लें—पहले लोकल, फिर नेशनल और इंटरनेशनल लक्ष्य रखें।
छोटा सुझाव: रोज़ाना 20-30 मिनट फोकस ड्रिल और हफ्ते में 2-3 बार लाइव शूटिंग रखें। माइंडफुलनेस और ब्रेथिंग एक्सरसाइज़ से ध्यान बेहतर होता है।
अगर आप सच में स्कोर सुधारना चाहते हैं तो प्लान बनाइए, छोटी गलतियों पर काम कीजिए और नियमित कोचिंग लें। अभी किसी क्लब के पास जाकर एक सत्र बुक करिए और खुद महसूस करिए कि 10 मीटर की दुनिया में सटीकता कैसे बदल सकती है।
22 वर्षीय भारतीय पैरा शूटर अवनी लेखरा ने पेरिस पैरालंपिक्स 2024 में महिलाओं की 10 मीटर एयर राइफल स्टैंडिंग SH1 स्पर्धा में लगातार दूसरा स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रच दिया। उन्होंने 249.7 अंकों के साथ नया पैरालंपिक रिकॉर्ड भी बनाया, जो उनके पिछले रिकॉर्ड 249.6 से अधिक है। यह पदक उनके व्यक्तिगत संघर्षों और देश के लिए बड़ी उपलब्धि का प्रतीक है।
अगस्त 31 2024