बाजार बंदी से जुड़ी खबरें अचानक आती हैं: त्योहार, टेक्निकल हॉल्ट, सर्किट-ब्रेकर या कंपनी के कॉर्पोरेट फैसले। इससे शेयर ट्रেডिंग रुक जाती है और कुछ मामलों में कीमतों पर बड़ा असर दिखता है। ऐसे समय में पैनिक करने की बजाय समझकर कदम उठाना ज़रूरी है।
सबसे पहले यह जान लें कि बाजार बंद होने के कई कारण होते हैं। सरकारी छुट्टियाँ और एक्सचेंज की निर्धारित बंदी रोज़मर्रा का हिस्सा हैं। कभी-कभी किसी बड़े घटनाक्रम—जैसे कंपनी का बोनस ऐलान या लॉक-इन पिरियड समाप्त होना—पर एक्सचेंज अस्थायी रूप से ट्रेडिंग रोक देता है। तकनीकी गड़बड़ी या सर्किट ब्रेकर का ट्रिगर भी ट्रेडिंग को रोक सकता है।
उदाहरण के लिए, लॉक-इन खत्म होते ही बड़ी संख्या में शेयर मार्केट में खुले तो ट्रेडिंग में हलचल आ जाती है; यही वजह होती है कि कंपनियों के शेयरों में तेज़ी या गिरावट देखने को मिलती है।
बाजार बंदी का असर सीधे-सीधे आपकी ट्रैडिंग और भावी योजनाओं पर पड़ता है। अगर आप रोज़ की ट्रेडिंग करते हैं तो आदेश (orders) एक्सचेंज के खुलने तक पेंडिंग रहेंगे। लेकिन दीर्घकालिक निवेशक के लिए अक्सर बड़ा फर्क नहीं पड़ता—SIP, म्यूचुअल फंड के NAV और होल्डिंग्स आम तौर पर स्थिर रहती हैं।
क्या करें — सरल और काम के कदम:
अगर आप ताज़ा खबरें पढ़ना चाहते हैं, तो ऐसे आर्टिकल देखें जो बाजार की हर हलचल पर रिपोर्ट करते हैं — जैसे किसी कंपनी के बोनस शेयर आने के बाद BSE में उछाल या लॉक-इन खत्म होने पर शेयर खुलना। ऐसे रिपोर्ट पढ़कर आप समझ पाएँगे कि बंदी का असर असल में कितना और किस तरह रहेगा।
अंत में, बाजार बंदी कोई असाध्य समस्या नहीं है। थोड़ी तैयारी, आधिकारिक सूचना पर नजर और अनुशासित रणनीति आपको नुकसान से बचा सकती है और बेहतर फैसले लेने में मदद करेगी।
अमेरिका का स्टॉक मार्केट बुधवार, 25 दिसंबर 2024 को क्रिसमस के अवसर पर बंद रहेगा। हालांकि, उसने क्रिसमस की पूर्व संध्या (मंगलवार, 24 दिसंबर 2024) को सीमित समय के लिए व्यापार किया था, जिसमें बाजार दोपहर 1 बजे बंद हो गया था। इससे निवेशकों को छुट्टी के पहले समापन प्रक्रिया करने का समय मिलता है। बाजार अपने सामान्य व्यापार समय के तहत गुरुवार, 26 दिसंबर 2024 को फिर से खुलेगा।
दिसंबर 25 2024