जब हम चोट, शरीर के किसी भाग में अचानक या दीर्घकालिक नुकसान, जो दर्द या कार्य क्षमता में कमी लाता है. इसे अक्सर इंजरी भी कहा जाता है, तो हमें तुरंत पता होना चाहिए कि आगे क्या करना है. चोट का असर सिर्फ शारीरिक नहीं, बल्कि मानसिक और सामाजिक भी हो सकता है, इसलिए सही कदम उठाना जरूरी है.
आमतौर पर स्पोर्ट्स इन्जरी, खेल गतिविधियों के दौरान होने वाली चोटें, जैसे मोच, फ्रैक्चर या मांसपेशियों का खिंचाव सबसे अधिक देखी जाती हैं. लेकिन दुर्घटना, गिरना या अचानक प्रहार भी मेडिकल इमरजेंसी, अचानक स्वास्थ्य संकट जिसमें त्वरित उपचार आवश्यक हो की श्रेणी में आती हैं. इसलिए, चोट (चोट) अक्सर स्पोर्ट्स इन्जरी या मेडिकल इमरजेंसी से जुड़ी होती है, जो तुरंत फर्स्ट एड की मांग करती है.
फर्स्ट एड (पहली मदद) का मूल सिद्धांत है: फर्स्ट एड, चोट के तुरंत बाद की प्राथमिक देखभाल, जो नुकसान को कम करके उपचार की नींव रखती है. जब चोट लगती है, तो रक्तस्राव को रोकना, घाव साफ करना या अस्थायी स्थिर करना आवश्यक है. सही फर्स्ट एड न केवल दर्द घटाता है, बल्कि संक्रमण या दीर्घकालिक जटिलताओं के जोखिम को भी घटाता है. यह कदम चोट (चोट) को अधिक गंभीर होने से बचाता है और पुनर्वास प्रक्रिया को तेज़ बनाता है.
प्रारम्भिक मदद के बाद, अधिकांश चोटें फिजिकल थेरेपी, व्यायाम, मैनुअल तकनीक और इलेक्ट्रिकल मोडालिटी से कार्यशीलता बहाल करने की प्रक्रिया के माध्यम से ठीक होती हैं. फिजिकल थेरेपी न केवल प्रभावित मांसपेशियों को मजबूत करती है, बल्कि लचीलेपन को भी बढ़ाती है, जिससे पुनरावृत्ति कम होती है. इस चरण में थेरेपिस्ट अक्सर रीहैबिलिटेशन प्रोग्राम बनाते हैं, जो चोट के प्रकार और व्यक्तिगत जरूरतों के अनुसार टेलर किया जाता है.
अंतिम चरण रिहैबिलिटेशन (पुनर्वास) कहलाता है. रिहैबिलिटेशन, पूरी तरह से दैनिक गतिविधियों में वापसी के लिए दीर्घकालिक योजना और समर्थन में शारीरिक, मनोवैज्ञानिक और सामाजिक पुनर्संयोजन शामिल होते हैं. चोट के बाद सिर्फ दर्द रहित होना ही नहीं, बल्कि सामान्य जीवन में सहजता से लौटना भी लक्ष्य होता है. इस प्रक्रिया में डॉ. वी. के. सिंह जैसे विशेषज्ञ की सलाह, उचित व्यायाम योजना और पोषण का संतुलन महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. अब आप समझ चुके हैं कि चोट (चोट) के विभिन्न चरण – कारण, फर्स्ट एड, फिजिकल थेरेपी और रिहैबिलिटेशन – कैसे एक-दूसरे से जुड़े हैं और बेहतर स्वास्थ्य के लिए कैसे सहयोग देते हैं. आगे आने वाले लेखों में हम इन चरणों की विस्तृत जानकारी, उपयोगी टिप्स और वास्तविक केस स्टडीज़ को देखेंगे, जिससे आप अपनी या अपने प्रियजनों की चोट को सही ढंग से संभालने में और भी प्रवीण बन पाएँगे.
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अक्तूबर 9 2025