बजट 2024: क्या बदला और आप कैसे तैयार रहें

बजट 2024 ने हर घर और कारोबार पर असर डालने वाली कई नीतियाँ उजागर की होंगी। आप तक जो सबसे जरूरी बातें पहुँचनी चाहिए — टैक्स नियम, सब्सिडी, इंफ्रास्ट्रक्चर योजनाएँ और निवेश पर असर — इन्हीं पर सीधे और साफ जानकारी नीचे है।

मुख्य बातें जो तुरंत असर डालेंगी

टैक्स और कटौतियाँ: बजट में जो भी इनकम टैक्स या डिडक्शन संबंधी बदलाव होते हैं, वे सीधे आपकी पॉकेट को प्रभावित करते हैं। नयी स्लैब, सीनियर सिटीजन छूट या HRA/80C में नियम बदलना सबसे तेज असर डालते हैं।

सरकारी खर्च और सब्सिडी: शिक्षा, स्वास्थ्य और कृषि पर रखी गई राशि से सरकारी सब्सिडी और योजनाओं का दायरा बढ़-घट सकता है। किसानों और छोटे व्यापारियों के लिये क्रेडिट स्कीम और सब्सिडी में बदलाव तुरंत दिखते हैं।

कॅपेक्स और इंफ्रास्ट्रक्चर: सड़क, रेल या ऊर्जा में निवेश बढ़ा तो रोजगार और लोकल बिजनेस को फायदा होगा। ये फैसले मध्यम अवधि में जीडीपी और बाजार भावना बदल देते हैं।

निवेश बाजार पर प्रभाव: कर नियमों, कॉर्पोरेट टैक्स या सरकारी बिल की घोषणाओं से शेयर मार्केट और बॉण्ड रेट पर असर दिखता है। बजट के बाद कुछ सेक्टर्स तेजी से रिएक्ट कर सकते हैं — बैंकिंग, रियल एस्टेट, और हेल्थकेयर पर खास नजर रखें।

आप क्या करें — एसएमपी (सरल, मूव, प्रैक्टिकल) कदम

1) टैक्स डॉक्युमेंट तैयार रखें: पिछले साल की आय-खर्च की पक्की सूची, निवेश प्रमाण और डिडक्शन संबंधी कागजात सँभालें। नई स्लैब के हिसाब से टैक्स कॅल्कुलेशन तुरंत कर लें।

2) निवेश री-ऐलायन करें: अगर कर मानदंड बदले हैं तो PPF, NPS, ELSS या फिक्स्ड डिपॉजिट में बैलेंस चेक करें। SIP प्लान्स को बजट के बाद समीक्षा करें — बेहतर अवसर मिल सकते हैं।

3) कर्ज और EMI की रणनीति: अगर ब्याज दरों या सब्सिडी में बदलाव है तो सबसे महँगा कर्ज पहले चुकाने पर विचार करें। हो सके तो रिफ़ाइनेंसिंग विकल्प देखें।

4) किसानों व छोटे व्यवसायियों के लिए: सब्सिडी, क्रेडिट स्कीम और अनुदान की घोषणाओं पर स्थानीय बैंक व कृषि विभाग से तुरंत जानकारी लें। योजना के दावों के लिये दस्तावेज अपडेट रखें।

5) बजट दस्तावेज पढ़ें: वित्त मंत्रालय का 'Budget at a Glance' और बजट भाषण पढ़कर सेक्टर-वार घोषणाएँ नोट कर लें। पत्रकारों और एक्सपर्ट्स का सारांश देखें पर निर्णय अपने हिसाब से लें।

6) आपातकालीन फंड और खर्च नियंत्रण: बजट से सीधे असर न दिखे तब भी अनिश्चितता के दौरान 3–6 महीने का आपात फंड रखें और गैरजरूरी खर्च टालें।

7) सलाह लें पर जल्दी न करें: बड़ा निवेश या कर-संरचना बदलने से पहले टैक्स कंसल्टेंट या फाइनेंशियल एडवाइजर से सलाह लें। छोटे-छोटे बदलाव तुरंत कर लेने योग्य होते हैं, पर बड़े फैसले सोच-समझकर लें।

बजट 2024 से जुड़ी नई सूचनाएँ आते ही पढ़ें और अपने फैसलों को अपडेट करते रहें। सही जानकारी और थोड़ी तैयारी से आप बजट के असर को अपने पक्ष में बदल सकते हैं।

बजट 2024: एविएशन इंडस्ट्री ने की व्यापार को सहज करने की नीतियों और कर रियायतों की मांग
बजट 2024 एविएशन इंडस्ट्री कर रियायतें विमानन नीति

बजट 2024: एविएशन इंडस्ट्री ने की व्यापार को सहज करने की नीतियों और कर रियायतों की मांग

भारतीय एविएशन इंडस्ट्री ने आगामी यूनियन बजट 2024 में व्यापार को सहज बनाने और लागत घटाने के लिए नीतियों की मांग की है। इसमें एटीएफ पर कर कटौती, विमान और स्पेयर पार्ट्स के आयात पर नियमों में छूट, और एमआरओ सुविधाओं के विकास के लिए प्रोत्साहन शामिल हैं।

जुलाई 2 2024