फ्लाइट डायवर्ट होना अचानक और परेशान करने वाला हो सकता है। मौसम, तकनीकी खराबी, मेडिकल इमरजेंसी या एयर ट्रैफिक कंट्रोल की वजह से विमान किसी दूसरे हवाईअड्डे पर उतार दिया जाता है। यहाँ आसान, व्यावहारिक कदम दिए हैं जो तुरंत मदद करेंगे और आगे की असुविधा कम करेंगे।
सबसे पहले शांत रहें और क्रू की हिदायत मानें। पैनिक करने से निर्णय मुश्किल हो जाते हैं। सीट बेल्ट खोलना या प्लेन छोड़ना सिर्फ क्रू के संकेत पर करें।
फ्लाइट लैंड करने के बाद एयरलाइन स्टाफ आपके पास आएगा—उनसे तुरंत ये पूछें: नया गंतव्य कौन सा है, कोई बदलाब कितने समय में होगा, और क्या रि‑बुकिंग या कनेक्टिंग फ्लाइट के लिए मदद मिलेगी।
अपने बोर्डिंग पास और टिकट का फोटो लें। ये बाद में दावा या शिकायत के लिए जरूरी दस्तावेज होते हैं। अगर क्रू ने सूचना नहीं दी, तो एयरलाइन के काउंटर या मोबाइल ऐप पर तुरंत स्टेटस चेक करें।
एयरलाइन से स्पष्ट रूप से पूछें: क्या मुझे वापस मूल गंतव्य पर पहुँचाया जाएगा, क्या हॉटल/मील की व्यवस्था है, और अगले फ्लाइट का समय क्या है। अधिकतर मामलों में एयरलाइन जरूरी सुविधाएं देती है—लेकिन यह कंपनी की पॉलिसी और स्थिति पर निर्भर करता है।
भारत में DGCA (सिविल एविएशन) के नियम यात्रियों के अधिकारों को लेकर दिशा देता है। अगर डायवर्ट होने से कनेक्टिंग फ्लाइट मिस हो गई या लंबी देरी हुई, तो रि‑बुकिंग और सहायता के लिए एयरलाइन से लिखित पुष्टि मांगें। खर्च हुए पैसों (होटल, खाना, टैक्सी) की रसीद संभाल कर रखें—किसी दावे में यही चाहिए होगा।
यदि बैगेज डायवर्ट के दौरान अलग हो गया हो तो तुरंत बैगेज काउंटर पर शिकायत दर्ज कराएं और Bag Reference लें। बैगेज ढूंढने और भेजने की प्रक्रिया अक्सर एयरलाइन संभालती है, लेकिन पता और संपर्क जानकारी साफ दें।
टिप्स ताकि नुकसान कम हो: फ्लाइट से पहले ऐप नोटिफिकेशन ऑन रखें, कनेक्टिंग फ्लाइट में कम से कम 2–3 घंटे का स्लॉट रखें, और ट्रैवल इंश्योरेंस में डायवर्शन/डिले कवरेज जोड़ें। यदि मेडिकल इमरजेंसी डर हो, तो यात्रा से पहले अपने डॉक्टरी दस्तावेज और मेडिसिन साथ रखें।
अंत में, अगर एयरलाइन से संतोषजनक सहयोग न मिले तो ग्राहक सेवा में लिखित शिकायत दें और जरूरत पड़े तो DGCA की वेबसाइट पर शिकायत दर्ज कर सकते हैं। याद रखें, शांत व्यवहार और सही दस्तावेज़ीकरण सबसे तेज असर देता है।
उड़ानें डायवर्ट हो सकती हैं, लेकिन तैयार रहने से आप मुश्किल समय में भी नियंत्रित और सुरक्षित रहेंगे। यात्रियों के अधिकार जानें, रसीदें संभालें और एयरलाइन के साथ संवाद स्पष्ट रखें—यही सबसे बढ़िया तैयारी है।
मुंबई में अचानक आई भीषण धूल भरी आंधी और उसके बाद मानसून की पहली बारिश ने पूरे शहर में अफरा-तफरी मचा दी। तेज हवाओं और बारिश के कारण यातायात ठप हो गया, यात्री आंधी के दौरान शरण लेने के लिए मजबूर हो गए। मौसम की प्रतिकूल परिस्थितियों के चलते मेट्रो सेवाएं बंद कर दी गईं और उड़ानें डायवर्ट की गईं।
मई 13 2024